बाल साहित्य : गाय हमारी माता है...
गाय हमारी माता है,
जन-जन घर पूजी जाती है।
जिस खूंटे पर बंधी रहती है,
सुख-समृद्धि सब लाती है।
दूध पूत संपन्न कर देती,
अचल संपदा लाती है।
अपने तन का दूध पिला के,
खुद का कर्ज चुकाती है।
गौहत्या गौदोष करो मत,
गाय सफलता दिलाती है।
संस्कार-सभ्यता सिखाती,
कुल का दीप जलाती है।