आओ हम गणतंत्र मनाएं
- के.पी. यादव 'सनातन'
आओ गण से तंत्र मिलाएं,नया कोई हम मंत्र बनाएं,झंकृत कर दें अवनि अंबरअद्भुत वीणा यंत्र बनाएंविश्व पटल पर छाए तिरंगाआओ हम गणतंत्र मनाएंअखिल विश्व में राग अलापेंअमन का सबको पाठ पढाएंदूर करें हम सब दीवारेंघर-घर रोशनदान बनाएंपग-पग पर हम फूल बिखेरेंइंद्रधनुष बन जग पर छाएं विश्व पटल पर छाए तिरंगा आओ हम गणतंत्र मनाएंरंगभेद और कट्टरपन कोदफन करें हम अपने अंदरमन की आंखें फिर से खोलेंफिर से झांकें अपनें अंदरदेखो कितना भरा हुआ हैसब में इक सा प्रेम समंदरआओ मिलजुल करें प्रार्थनाजग में जीवन ज्योति जलाएं विश्व पटल पर छाए तिरंगाआओ हम गणतंत्र मनाएं।