Last Modified: नई दिल्ली (भाषा) ,
रविवार, 25 मई 2008 (12:12 IST)
अगले चार दिन सिर्फ दुआ करेंगे-सहवाग
दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान वीरेंद्र सहवाग ने अपने मध्यक्रम के बल्लेबाजों विशेषकर दिनेश कार्तिक की तारीफ करते हुए कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग के सेमीफाइनल में पहुँचने के लिए उनकी टीम अब अगले चार दिन चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियन्स की हार की दुआ करेगी।
सहवाग ने मुंबई के खिलाफ पाँच विकेट की जीत के बाद कहा कि हमारा मध्यक्रम सही समय पर चला। यह हमारे लिए महत्वपूर्ण मैच था और जीत बहुत जरूरी थी। दिनेश ने सही समय पर बेहतरीन पारी खेलकर टीम को टूर्नामेंट में बनाए रखा।
सहवाग से जब पूछा गया कि टीम अगले चार दिन क्या करेगी, क्योंकि वह चेन्नई सुपर किंग्स या मुंबई इंडियन्स के हारने पर ही सेमीफाइनल में पहुँच पाएगी, उन्होंने कहा कि मैं साफ कर देना चाहता हूँ कि हम गोवा नहीं जा रहे हैं। हम इन चार दिन में दुआ के अलावा कुछ नहीं कर सकते हैं और हम ईश्वर से चेन्नई और मुंबई में से किसी एक की हार की दुआ करेंगे।
दिल्ली डेयरडेविल्स को इस मैच में जीत के लिए 177 रन का लक्ष्य मिला था, लेकिन कार्तिक ने नाबाद 56 रन की पारी खेलकर टीम की आशाएँ जीवंत बनाए रखीं। उन्हें इस बेजोड़ पारी के लिए मैन ऑफ द मैच भी चुना गया।
कार्तिक ने मध्यक्रम के फार्म में लौटने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि मध्यक्रम संघर्ष कर रहा था, लेकिन यह महत्वपूर्ण मैच था और मुझे खुशी है कि हमने सही समय पर अच्छी पारियाँ खेलीं।
इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने अपनी विकेटकीपिंग पर भी पूरा संतोष जताते हुए कहा कि कोटला की आउटफील्ड धीमी होने के कारण उन्होंने बाउंड्री से रन जुटाने पर अधिक ध्यान दिया और इसीलिए जब मनोज तिवारी रन आउट हुए तो उन्हें दूसरा रन लेने से रोका था।
उन्होंने कहा कि इस मैदान की बाउंड्री बहुत छोटी है तथा आउट फील्ड भी तेज थी, इसलिए हमने बाउंड्री से रन जुटाने की रणनीति बनाई थी। तब दुर्भाग्य से मनोज ने मेरी कॉल नहीं सुनी, लेकिन गलती मेरी भी थी।
मुंबई इंडियन्स के बल्लेबाज रोबिन उथप्पा ने भी कार्तिक की पारी की तारीफ करते हुए उसे 'बेजोड़' करार दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के करीबी मुकाबलों में कोई भी टीम जीत सकती है। कार्तिक ने बेजोड़ पारी खेली और जब कोई बल्लेबाज इस तरह से खेलता है तो फिर दूसरी टीम के लिए मुश्किल होता है।
उथप्पा ने इसके साथ ही स्वीकार किया कि उनका क्षेत्ररक्षण अच्छा नहीं था। उन्होंने कहा कि मैं अपने क्षेत्ररक्षण से संतुष्ट नहीं हूँ। हम कम से कम दस रन बचा सकते थे। आगे के मैचों में जीत के लिए हमें इस पर ध्यान देना होगा।
उथप्पा ने हालाँकि इस बात को नकार दिया कि लगातार दो मैच हारने से टीम पर दबाव रहेगा। उन्होंने कहा कि आपको याद होगा कि हम शुरू में लगातार चार मैच हार गए थे, लेकिन हमने अच्छी वापसी करके लगातार छह मैच जीते। हमारे ड्रेसिंग रूम का माहौल बहुत अच्छा है और अगले मैचों में भी हमारी टीम पर कोई दबाव नहीं रहेगा।
दिल्ली की टीम का अभी सेमीफाइनल में पहुँचना तय नहीं है, लेकिन सहवाग को लगता है कि यदि वह अंतिम चार में पहुँचते हैं और उनका मुकाबला मुंबई से होता है तो सचिन तेंडुलकर की टीम को घरेलू मैदान का लाभ नहीं मिलेगा।
उन्होंने कहा कि आपने आईपीएल में देखा होगा कि किसी भी टीम को घरेलू मैदान पर खेलने का अधिक लाभ नहीं मिला है।
तेंडुलकर के खिलाफ कप्तानी करने के बारे में सहवाग ने कहा कि कोई भी उनके साथ खेलना पसंद करता है, उनके खिलाफ नहीं।