2 साल पहले ही माही भाई ने दिया था कप्तानी का इशारा, चेन्नई के नए कप्तान ने दिया बयान
टीम कल्चर बनाये रखना चाहता हूं : गायकवाड़
महेंद्र सिंह धोनी ने 2022 में ही रूतुराज गायकवाड़ को चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी के लिये तैयार रहने के लिये कहा था और वह तभी से तैयार है हालांकि दोनों के बीच कप्तानी को लेकर गहरी बातचीत नहीं हुई।
कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ सोमवार की रात मिली जीत में गायकवाड़ ने मोर्चे से कप्तानी की थी । उन्हें 22 मार्च को आईपीएल की शुरूआत के एक दिन पहले ही कप्तान बनाया गया।
गायकवाड़ ने केकेआर पर सात विकेट से मिली जीत के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा , ईमानदारी से कहूं तो इस बारे में गहरी बातचीत नहीं हुई। मैं इत्मीनान से था। सिर्फ एक बार बात हुई। हम अभ्यास कर रहे थे और उन्होंने मेरे पास आकर यह कहा।उन्होंने कहा , बाहर सभी को लगता होगा कि मुझे उनके जैसे महान खिलाड़ी की जगह लेना है लेकिन मेरा मानना है कि मेरी अपनी शैली होगी। मैं टीम कल्चर को बनाये रखना चाहता हूं।
गायकवाड़ ने कहा , उन्होंने 2022 में मुझसे कहा था कि शायद अगले साल नहीं लेकिन उसके बाद मुझे कप्तानी करनी होगी तो उसके लिये तैयार रहूं । मैं उसके बाद से हमेशा से तैयार था। मैं पिछले साल भी हर मैच के बाद कोच स्टीफन फ्लेमिंग से कप्तानी के हर पहलू पर बात करता था।
यह पूछने पर कि कप्तान के तौर पर वह क्या बदलाव लेकर आये हैं, उन्होंने कहा , मुझे नहीं लगता कि इसकी जरूरत है। मैं सीएसके का कल्चर बनाये रखना चाहता हूं। हमने इसके दम पर ही इतनी सफलता पाई है तो मैं कोई बदलाव नहीं चाहता।
माही भाई और फ्लेमिंग की मौजूदगी से चीजें आसान है: रुतुराजकोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के खिलाफ 58 गेंद में नाबाद 67 की धैर्यपूर्ण पारी खेल कर चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले कप्तान रुतुराज गायकवाड़ ने कहा कि टीम के लिए अहम फैसले लेने में महेंद्र सिंह धोनी और मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग की मौजूदगी के कारण उनका काम आसान हो जाता है।
चेन्नई ने केकेआर को नौ विकेट पर 137 रन पर रोकने के बाद 17.4 ओवर में तीन विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया।मैच को 14 गेंद बाकी रहते सात विकेट जीतने के बाद रुतुराज ने पुरस्कार समारोह में कहा, इस टीम में मुझे वास्तव में किसी को कुछ बताने की ज़रूरत नहीं है। हर कोई बहुत उत्साहित है, माही भाई (महेंद्र सिंह धोनी) और (स्टीफन) फ्लेमिंग अभी भी अहम फैसलों को लेने के लिए मौजूद हैं।
रुतुराज इस मौके पर आईपीएल में अपनी पहली अर्धशतकीय पारी को याद कर थोड़ो भावुक भी हुए। उन्होंने कहा, मुझे पुरानी बातें याद आ गई। आईपीएल में जब मैंने अपना पहला अर्धशतक जड़ा था तब भी माही भाई मेरे साथ मैच समाप्त करने के लिए मौजूद थे।
मैच में धीमी बल्लेबाजी का जिक्र किये जाने पर उन्होंने कहा, अजिंक्य (रहाणे) के चोटिल होने के कारण जिम्मेदारी मेरे ऊपर थी और मैं टीम के दूसरे खिलाड़ियों को कठिन परिस्थिति में नहीं डालना चाहता था।...मैं यह नहीं कहूंगा कि मेरी शुरुआत धीमी है, टी20 में कई बार आप एक या दो गेंदों में चीजों को पलट देते है। कभी-कभी आपको आगे बढ़ने के लिए थोड़े भाग्य की जरूरत होती है। विशेषज्ञ शायद मेरे स्ट्राइक रेट के बारे में बात करेंगे।
(भाषा)