Last Modified: नई दिल्ली (भाषा) ,
शुक्रवार, 24 अप्रैल 2009 (23:11 IST)
वॉर्न का भरोसा बना मेरी ताकत:कामरान
कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ राजस्थान रॉयल्स के सुपर हीरो बने तेज गेंदबाज कामरान खान ने 'सुपर ओवर' में कप्तान शेन वॉर्न के भरोसे को अपनी ताकत बताते हुए कहा कि उसी के चलते सौरव गांगुली और क्रिस गेल जैसे बल्लेबाजों से उन्हें तनिक भी डर नहीं लगा।
शानदार फॉर्म में दिख रहे गांगुली को 20वें ओवर में आउट करके मैच 'टाई' कराने वाले कामरान ने केपटाउन से कहा वॉर्न ने आखिरी ओवर से पहले मुझे कहा कि सामने गांगुली है और बेहतरीन फॉर्म में है, लेकिन तुम टेंशन मत लो। आम बल्लेबाज समझकर उन्हें गेंद डालो, जो होगा देखा जाएगा।
इसी ओवर की पाँचवीं गेंद पर गांगुली आउट हो गए, जब कोलकाता को जीत के लिए दो गेंद में दो रन चाहिये थे। आखिरी गेंद पर एक रन लेने के बाद ईशांत शर्मा के रन आउट होने से मैच टाई हो गया और सुपर ओवर तक खिंचा। रॉयल्स के लिए यह ओवर आजमगढ़ के इस 18 वर्षीय गेंदबाज ने ही फेंका।
कामरान ने बताया वॉर्न ने मुझसे पूछा कि सुपर ओवर फेंकोगे। मैंने उनके भरोसे को देखकर हामी भर दी। उनका वह भरोसा ही मेरी ताकत बना। सामने गेल जैसे खतरनाक बल्लेबाज था लेकिन मेरे साथ भी मेरे कप्तान का भरोसा था। मैंने कोई अतिरिक्त प्रयास नहीं किया और नार्मल गेंद फेंकी।
सुपर ओवर में 15 रन देने वाले कामरान ने कहा हमें यकीन था कि हमारे बल्लेबाज खासकर युसूफ भाई .ंपठान.ं यह रन बना लेंगे और ऐसा ही हुर्र्आ।जीत के बाद की प्रतिक्रिया के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा वॉर्न ने सबसे पहले आकर मुझे बधाई दी। वह बेहतरीन खिलाड़ी ही नहीं शानदार इंसान और कुशल कप्तान भी हैं। मेरे कैरियर में हमेशा उनकी अहम भूमिका रहेर्र्गी।
रॉयल्स की सह मालिक अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी से भी उन्हें गले लगाकर बधाई दी। इस बारे में कामरान ने कहा मैं शिल्पाजी का बहुत बड़ा फैन हूं। मैने उनकी सारी फिल्में देखी है और बाजीगर तो कई बार देखी। उन्होंने मैच के बाद गले लगाकर तारीफ की और बधाई दी। मैं इसे कभी नहीं भूल सकता।
मैच में एक शानदार कैच लपकने वाला यह गेंदबाज बेहतरीन क्षेत्ररक्षक और बल्लेबाज भी है। उन्होंने कहा कि टूर्नामेंट में मौका मिलने पर आगे वह बल्लेबाजी के भी जौहर दिखाना चाहेंगे।
यह पूछने पर कि वॉर्न ने उन्हें टोरनैडो कहा था तो कैसा लगा? कामरान ने कहा कि मैंने आईपीएल से पहले सिर्फ क्लब स्तर पर क्रिकेट खेली है। इसके बावजूद मैं दक्षिण अफ्रीका में इतने बड़े क्रिकेटरों के साथ खेल रहा हूँ तो यह वॉर्न की ही मेहरबानी है। वह मुझे टोरनैडो बुलाते हैं। मैं उनके भरोसे पर खरा उतरकर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाना चाहूँगा।
मुफलिसी से निकलकर यहाँ तक पहुँचे कामरान को एक ही मलाल है कि उनकी कामयाबी देखने के लिए उनके माता-पिता इस दुनिया में नहीं हैं। उन्होंने कहा जब मेरे पास कुछ नहीं था तो अब्बू-अम्मी थे, लेकिन आज मैं कामयाबी की पहली सीढ़ी चढ़ा तो वे नहीं हैं, लेकिन उनकी दुआएँ हमेशा मेरे साथ हैं।