मुंबई: 10 विकेटों से करारी हार के बाद ट्विटर पर जनता ने आईपीएल का बहिष्कार करना शुरु ही किया था कि अगले आईपीएल की नीलामी की तारीख आ गई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 2023 सत्र के लिये खिलाड़ियों की नीलामी 23 दिसंबर को केरल के कोच्चि में आयोजित होगी। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आगामी सत्र के लिए खिलाड़ियों की नीलामी 23 दिसंबर को कोच्चि में होगी। इस नीलामी की मेजबानी की दौड़ में तुर्की का शहर इस्तांबुल, बेंगलुरु, नयी दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद भी शामिल थे लेकिन बीसीसीआई ने केरल के तटीय शहर को चुना।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा, लॉजिस्टिक जरूरतों और तारीखों को देखते हुए कोच्चि सबसे उपयुक्त विकल्प है।
पिछली नीलामी के उलट आगामी सत्र के लिए खिलाड़ियों की कम संख्या में नीलामी होगी। आईपीएल की 10 फ्रेंचाइजी टीमों को पहले ही 15 नवंबर तक रिटेन किए गए खिलाड़ियों की सूची सौंपने के लिए कहा गया है।
इसके साथ ही 2023 सत्र के लिए खिलाड़ियों पर खर्च करने वाली रकम को 90 से बढ़ाकर 95 करोड़ रुपये किए जाने की संभावना है।
मेगा ऑक्शन नहीं मिनी ऑक्शन होगायह 2022 में हुई मेगा ऑक्शन के बरक्स छोटे स्तर की मिनी ऑक्शन होगी। इस नीलामी में फ्रेंचाइजी मेगा ऑक्शन में बची धनराशि के साथ-साथ अतिरिक्त पांच करोड़ रुपये खर्च कर सकेंगी। साथ ही, यदि एक फ्रेंचाइजी किसी खिलाड़ी को टीम से बाहर करेगी तो उसकी कीमत के बराबर रुपयों का प्रयोग भी नीलामी में कर सकेगी।
आईपीएल 2022 से पहले हुई नीलामी में पंजाब किंग्स के पास सर्वाधिक 3.45 करोड़ रुपये शेष बचे थे, जबकि लखनऊ सुपर जायंट्स ने अपना पूरा पर्स खाली कर दिया था। चेन्नई सुपर किंग्स 2.95 करोड़, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर 1.55 करोड़, राजस्थान रॉयल्स 95 लाख जबकि कोलकाता नाइट राइडर्स नीलामी से 45 लाख रुपये बचा ले गई थी।
गत चैंपियन गुजरात के पर्स में 15 लाख रुपये शेष हैं जबकि मुंबई इंडिन्स, सनराइज़र्स हैदराबाद और दिल्ली कैपिटल्स के पर्स में 10-10 लाख रुपये हैं।
आईपीएल प्रबंधन दिसंबर की शुरुआत तक नीलामी के लिए खिलाड़ियों के नाम निर्धारित कर सकता है। टीमों के लिये बाहर किये गए खिलाड़ियों की सूची जमा करने की आखिरी तिथि 15 नवंबर है।
नीलामी सूची में इस वर्ष बेन स्टोक्स, सैम करेन और कैमरन ग्रीन के नाम होने की संभावना है। पंजाब, दिल्ली और लखनऊ ने पिछली नीलामी में सिर्फ सात विदेशी खिलाड़ी खरीदे थे, जबकि एक फ्रेंचाइजी अधिकतम आठ विदेशी खिलाड़ियों को स्क्वाड में शामिल कर सकती है।