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Last Updated : मंगलवार, 7 मई 2019 (23:48 IST)

चेन्नई सुपरकिंग्स को 6 विकेट से हराकर मुंबई इंडियंस पांचवीं बार IPL के फाइनल में

चेन्नई सुपरकिंग्स को 6 विकेट से हराकर मुंबई इंडियंस पांचवीं बार IPL के फाइनल में - Mumbai Indians face IPL final for fifth time
चेन्नई। अपने स्पिनरों की शानदार गेंदबाजी और सूर्यकुमार यादव की नाबाद 71 रन की बेहतरीन पारी के दम पर मुंबई इंडियंस ने गत चैंपियन चेन्नई सुपरकिंग्स को आईपीएल-12 के पहले क्वालीफायर मैच में मंगलवार को 6 विकेट से हराकर पांचवीं बार टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बना ली। 
 
मुंबई ने चेन्नई को 4 विकेट पर 131 रन के सामान्य स्कोर पर रोकने के बाद 18.3 ओवर में 4 विकेट पर 132 रन बनाकर सीधे 12 मई के फाइनल में जगह बना ली। इस हार के बावजूद चेन्नई के पास अभी दूसरे क्वालीफायर में फाइनल में जगह बनाने का मौका रहेगा, जहां उसका मुकाबला दिल्ली कैपिटल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच एलिमिनेटर की विजेता टीम से होगा। 
 
दूसरे क्वालीफायर की विजेता टीम फाइनल में मुंबई से भिड़ेगी। मुंबई ने इससे पहले 2010, 2013, 2015 और 2017 के फाइनल में जगह बनाई थी और 2013, 2015 तथा 2017 में खिताब जीता था। 
 
चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन पिच से मिल रही टर्न के कारण चेन्नई के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को संघर्ष करना पड़ा और पहले 10 ओवर में चेन्नई ने 50 रन जोड़कर 3 विकेट गंवा दिए। 
चेन्नई ने आखिरी 10 ओवर में 81 रन बटोरे। अंबाती रायुडू और धोनी ने पांचवें विकेट के लिए 66 रन की अविजित साझेदारी की। रायुडू ने 37 गेंदों पर नाबाद 42 रन में 3 चौके और एक छक्का लगाया जबकि धोनी ने 29 गेंदों पर नाबाद 37 रन में 3 छक्के मारे। इनमें से धोनी के दो छक्के तो लसिथ मलिंगा के पारी के 19वें ओवर में थे। 
 
धोनी 20वें ओवर की पहली गेंद पर जसप्रीत बुमराह का शिकार बन गए लेकिन नोबॉल से बच गए। बड़ा शॉट मारने के चक्कर में धोनी के हाथ से बल्ला छूट गया, कैच फील्डर के हाथ में गया लेकिन गेंद नोबॉल निकली। धोनी बचे लेकिन इस ओवर में फिर कोई बड़ा शॉट नहीं खेल सके।

चेन्नई की शुरुआत धीमी और खराब रही। फाफ डू प्लेसिस 3 ओवर में लेग स्पिनर राहुल चाहर का शिकार बन गए। डू प्लेसिस 6 रन ही बना सके। सुरेश रैना को ऑफ स्पिनर जयंत यादव ने अपनी ही गेंद पर लपक लिया। रैना 5 रन ही बना सके। लेफ्ट आर्म स्पिनर क्रुणाल पांड्या ने शेन वॉटसन को पैवेलियन की राह दिखाई। वॉटसन 13 गेंदों में 10 रन ही बना सके। 
मुरली विजय ने 26 गेंदों में 3 चौकों की मदद से 26 रन बनाए लेकिन चाहर ने उन्हें स्टंप करा दिया। चेन्नई का चौथा विकेट 13वें ओवर में 65 के स्कोर पर गिरा। रायुडू और धोनी ने इसके बाद संघर्ष के साथ खेलते हुए चेन्नई को लड़ने लायक स्कोर तक पहुंचाया। चाहर ने 4 ओवर में मात्र 14 रन देकर 2 विकेट झटके। 
 
मुंबई ने लक्ष्य का पीछा करते हुए कप्तान रोहित शर्मा को पहले ही ओवर में गंवा दिया। रोहित ने दीपक चाहर की पहली गेंद पर चौका मारा लेकिन अगली गेंद पर पगबाधा हो गए। रोहित ने डीआरएस लिया लेकिन अम्पायर का फैसला कायम रहा और रोहित को पैवेलियन लौटना पड़ा। 
 
क्विंटन डिकॉक 12 गेंदों में 8 रन बनाने के बाद ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह का शिकार बन गए। फाफ डू प्लेसिस ने डिकॉक का कैच लपका। दो विकेट मात्र 21 रन पर गिर जाने के बाद सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन ने मोर्चा संभाला और आराम से खेलते हुए रन बटोरे। 
 
दोनों ने टीम का स्कोर 50 और फिर 100 रन पहुंचा दिया। कैप्टन कूल धोनी के माथे पर चिंता की लकीरें गहरी होने लगी थीं। दक्षिण अफ्रीका के लेग स्पिनर इमरान ताहिर ने 14वें ओवर में आखिरी दो गेंदों पर ईशान किशन और क्रुणाल पांड्या के विकेट झटक कर चेन्नई को मुकाबले में वापस ला दिया। 
 
किशन बोल्ड हुए जबकि क्रुणाल ने ताहिर को वापस कैच दे दिया। किशन ने 31 गेंदों पर 28 रन में एक चौका और एक छक्का लगाया। सूर्यकुमार और किशन ने तीसरे विकेट के लिए 80 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। ताहिर ने इन 2 विकेटों के साथ ही ट्वंटी-20 में 300 विकेट भी पूरे कर लिए। 
 
अगले ओवर में लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा की गेंद पर सूर्यकुमार का कैच स्लिप में शेन वॉटसन के बाएं हाथ से छिटक गया और इसके साथ ही मैच चेन्नई के हाथ से भी छिटक गया। ताहिर के अगले ओवर में हार्दिक पांड्या ने स्वीप से चौका मारकर दबाव कुछ कम किया। 
 
लक्ष्य ज्यादा बड़ा नहीं था और मुंबई ने इसे 19वें ओवर में हासिल कर लिया। सूर्यकुमार ने 54 गेंदों पर 10 चौकों की मदद से नाबाद 71 रन की मैच विजयी पारी खेली जबकि हार्दिक पांड्या 13 रन पर नाबाद रहे।
चित्र सौजन्य : बीसीसीआई 
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