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Written By वार्ता

चीयर ब्वॉय बन गए हैं श्रीसंथ

श्रीसंथ आईपीएल टीम कोच्चि टस्कर्स
FILE
केरल के सबसे लाडले खिलाड़ी शांतकुमारन श्रीसंथ अपनी आईपीएल टीम कोच्चि टस्कर्स केरल के लिए आजकल एक खिलाड़ी नहीं बल्कि चीयर ब्वॉजैसी भूमिका निभा रहे हैं।

कोच्चि ने टूर्नामेंट में पाँच मैच खेल लिए हैं जिनमें से श्रीसंथ को शुरुआती दो मैचों में खेलने का मौका है लेकिन उसके बाद के तीन मैचों में उन्हें बाहर बैठना पड़ा है। श्रीसंथ जिन मैचों में खेले थे कोच्चि को उनमें हार का सामना करना पड़ा था लेकिन जिन मैचों में वह बाहर बैठे टीम ने उनमें लगातार जीत दर्ज की।

श्रीसंथ पिछले तीन मैचों में मुंबई, चेन्नई और कोलकाता के खिलाफ अंतिम एकादश से बाहर रहे और उनकी भूमिका सीमा रेखा के बाहर एक ऐसे चीयर ब्वॉयज जैसी हो गई जो लगातार तालियाँ बजाता हुआ अपने साथी खिलाड़ियों की हौसला अफजाई कर रहा था।

तेज गेंदबाज श्रीसंथ को विश्वकप में भी सिर्फ पहला और आखिरी मैच खेलने का मौका मिला था लेकिन उनकी खुशकिस्मती थी कि दोनों ही मैचों में भारत जीता और अंततः विश्व चैंपियन बनने में कामयाब रहा।

मगर आईपीएल में श्रीसंथ बाउंड्री के बाहर बैठे रहते हैं और ज्योंही कैमरा उनकी तरफ निगाह करता है तो या तो वह जोरदार तालियाँ बजाते हैं या फिर हाथ से विक्टरी का निशान दिखाते हैं1 कैमरामैन भी बाज नहीं आते हैं और गाहे-बगाहे श्रीसंथ को दिखाने से नहीं चूकते।

मैच के दौरान श्रीसंथ के इंटरव्यू भी चलते रहते हैं जिसमें वह अपनी टीम के प्रदर्शन पर बारीक टिप्पणी करते हैं लेकिन दिक्कत यह है कि उन्हें मैदान में उतरने का मौका कम मिल रहा है।

आईपीएल वैसे भी श्रीसंथ थप्पड़ प्रकरण के लिए मशहूर रहा है। हरभजन सिंह का मोहाली में श्रीसंत को मारा गया थप्पड़ आज भी लोगों को याद है लेकिन दोनों ही खिलाड़ी इस प्रकरण को भुला चुके हैं।

श्रीसंथ टूर्नामेंट के दो मैचों में छह ओवर में 49 रन देकर एक विकेट ही ले पाए हैं। पहले मैच में उन्होंने 28 रन पर एक विकेट लिया था जबकि दूसरे मैच में वह 21 रन देकर कोई विकेट नहीं ले पाए थे। उनके इस खराब गेंदबाजी प्रदर्शन के कारण की टीम प्रबंधन ने उन्हें अगले तीन मैचों के लिए अंतिम एकादश में नहीं चुना। (वार्ता)