गुरुवार, 18 अप्रैल 2024
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'बल्जिंग डिस्क' से परेशान हैं अनुष्का शर्मा, जानिए इस बीमारी के बारे में जरूरी बातें...

'बल्जिंग डिस्क' से परेशान हैं अनुष्का शर्मा, जानिए इस बीमारी के बारे में जरूरी बातें... - Bulging Disc Anushka Sharma
बॉलीवुड अदाकारा अनुष्का शर्मा इस समय एक असहनीय बीमारी से जूझ रही हैं। इस बीमारी का नाम है 'बल्जिंग डिस्क'। इस बीमारी को 'हर्नियेटेड डिस्क' नाम से भी जाना जाता है। यह बीमारी अनुष्का को अत्यधिक फिजियोथेरेपी सेशन लेने की वजह से हुई है और अब डॉक्टर ने उन्हें 3-4 हफ्ते तक पूरी तरह से आराम करने की सलाह दी है।
 
बल्जिंग डिस्क होने की आशंका उन लोगों में अधिक होती है जो घंटों एक जगह बैठकर काम करते हैं। कहीं आप भी तो इस बीमारी से पीड़ित नहीं? आइए, जानते हैं इस बीमारी के बारे में सभी कुछ.. इसके कारण, लक्षण, इलाज और बचाव के तरीके -
 
'बल्जिंग डिस्क' व 'हर्नियेटेड डिस्क' क्या है?
 
इस बीमारी में पूरे शरीर में बहुत दर्द होता है। इन दिनों यह आम बीमारी बन चुकी है। यह बीमारी रीढ़ की हड्डियों से शुरू होती है और धीरे-धीरे शरीर के बाकी अंगों तक पहुंच जाती है जिससे वहां भी दर्द होने लगता है। इस बीमारी की वजह से नर्वस सिस्टम बुरी तरह से प्रभावित होता है और शरीर में असहनीय दर्द होता है। इस बीमारी का असर हमारी हर्नियेटेड डिस्क पर निर्भर होता है। अगर हर्नियेटेड डिस्क लोअर बैक में होता है तो दर्द जांघों और नितंबों में सबसे ज्यादा होता है। अगर हर्नियेटेड डिस्क गर्दन में होती है तो दर्द कंधे और हाथ में सबसे ज्यादा होता है।
 
'बल्जिंग डिस्क' व 'हर्नियेटेड डिस्क' के लक्षण -

- यह बीमारी के होने पर हाथ-पैरों में दर्द रहता है,
- हाथ-पैर सुन्न हो जा जाते हैं व झुनझुनाहट होती है।
- मांसपेशियों में कमजोरी लगने लगती है
- और प्रभावित अंगों को हिला-डुला पाना मुश्किल हो जाता है।
 
'बल्जिंग डिस्क' व 'हर्नियेटेड डिस्क' से कैसे बचा जा सकता है?
- इससे बचने के लिए नियमित एक्‍सरसाइज करें
- अपने बैठने का तरीका सही रखें
- अपनी रीढ़ और डिस्क पर दबाव कम डालें
- और शरीर का वजन नियंत्रित रखें।
 
'बल्जिंग डिस्क' व 'हर्नियेटेड डिस्क' होनेपर इलाज कैसे करें?
 
1. न्‍यूरोलॉजिस्‍ट से परामर्श करें, नियमित दवाएं खाएं वरना रोग ज्‍यादा गंभीर होने पर इसकी सर्जरी भी होती है।
2. डॉक्‍टर आपको फिजियोथेरेपी करवाने की सलाह दे सकते हैं। इससे आपकी मांसपेशियों में लचीलापन आता है और धीरे-धीरे आपको दर्द से आराम मिलेने लगता है।
3. एक्‍टिव रहें और डॉक्‍टर के कहे अनुसार कुछ व्‍यायायम जरूर करते रहें जैसे, वॉकिंग, स्‍विमिंग, योगा आदि।