नहीं पहना 'लहरिया' तो हरियाली तीज पर सजना-संवरना है अधूरा
वैसे तो हम भारतीय किसी भी धार्मिक व पूजा-पाठ जैसे अवसरों पर अधिकांश बार लहरिया साड़ी, लहंगा, कुर्ता आदि पहनते हैं, लेकिन अगर आपने सावन के इस महीने और खासतौर से तीज के त्योहार पर इस पैटर्न के इंडियन वेयर व पोशाक नहीं पहनी तो आपका फैशन अधूरा है। जी हां, इस बार फिर फेस्टिव सीजन में लहरिया पैटर्न ट्रेंड में है।
आइए, हम आपको बताए विभिन्न तरह के लहरिया पैटर्न के बारे में -
1 बंधेज लहरिया :
यह पैटर्न राजस्थान की पहली पसंद है। इस लहरिये में महिलाओं की खूबसूरती और भी बढ़ जाती है। ज्यादातर महिलाएं इसमें लाल, पीले रंग की साड़ी खरीदती है। वैसे तो कई बार इसमें और भी कलर के मेल देखने को मिलते हैं।
2 पचरंगी लहरिया :
जैसा की नाम से ही समझा जा सकता है कि यह पैटर्न पांच रंगो से मिलकर बनाया जाता है। आजकल इसमें पांच रंगो को कुंदन और मेंकारी से सजाया जाता है।
3 बारीक लहरिया :
जॉजर्ट से निर्मित हल्के और महीन कपड़े पर यह लहरिया बारीक-बारीक लाइनों को ध्यान में रखते हुए बनाया जाता है। यह पैटर्न हर लड़की व महिला पर अच्छा लगता है।
4 गोटा पट्टी और लहरिया :
लहरिया साडियों मे गोटा पत्ती वर्क हमेशा से ही महिलाओं की खास पसंद रहा है। आप इस तीज पर लहरिया के साथ गोटा पत्ती वर्क वाली साड़ी भी ट्राय कर सकती हैं।
5 मोथड़ा वर्क और लहरिया :
बदलते ट्रेंड्स के साथ लहरिया सिर्फ स्ट्राइप्स व लाइनों वाला पैटर्न ही नहीं रह गया हैं। अब 'मोथरा' जैसी नई तकनीक से लहरिया में चेकर्ड पैटर्न भी बनाए जा रहे है।
6 गोल्डन वर्क के साथ :
वैसे तो इन दिनों लहरिया के साथ काफी एक्सपेरिमेंट होने लगे हैं। लेकिन चाहे साड़ी हो, सूट हो या दुपट्टा गोल्डन वर्क के साथ लहरिया हमेशा ही खूबसूरत लगता है।