तेज-हवा आँधी के साथ बारिश
कुक्षी में मंगलवार शाम तेज-हवा आँधी के साथ बारिश हुई। इस दौरान एक घंटे में लगभग एक इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। झमाझम से सड़कें तरबतर हो गई और नालों से पानी बह निकला। तेज हवा-आँधी से बिजली के कई खंभे उखड़ गए। इधर मंगलवार की बारिश के बाद बुधवार को उमस से लोग पसीना-पसीना हो गए। खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर नालछा। मंगलवार देर शाम स्थानीय विकासखंड में चली आँधी के बाद कई घरों के लोग खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हो गए हैं। छतें उड़ने के बाद बारिश होने से घर का सारा सामान भीग गया। कई लोगों के आसपास रहने वाले परिजन ने खाने के सामान की व्यवस्था की। प्रभावित गाँवों में नुकसानी का आकलन कार्य शुरू हो गया है। इतने अधिक लोग प्रभावित हुए हैं कि आकलन में काफी समय लग रहा है।जनपद अध्यक्ष सुमनबाई कालूसिंह ठाकुर और स्थानीय जपं के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अशोक सवनेर ने तीनों गाँवों में पहुँचकर स्थिति का जायजा लिया। राजस्व विभाग के पटवारी ने बुधवार को ग्राम रुपट्टा में नुकसानी का पंचनामा बनाया। गौरतलब है कि ग्राम जलवाय में राम मंदिर व शिव मंदिर की छत उड़ गई। इसमें वहाँ के पंडित जगदीश दास को चोट आई है। अन्य लोगों के भी मकान क्षतिग्रस्त हुए है। जलवाय में समाचार लिखे जाने तक नुकसानी का आकलन चल रहा था। आँधी से ग्राम झाड़ीबरोदा, जलवाय और रुपट्टा में लगभग 150 से अधिक कच्चे मकानों की चद्दरें उड़ गईं। बिजली के खंभे और वृक्ष भी धराशायी हो गए हैं। वहीं लोहे के पतरे के कारण मवेशी भी चोटग्रस्त हुए हैं। ग्राम में दो दर्जन से अधिक महिलाएँ और बच्चे चोटग्रस्त हैं। घर में रखे हुए अनाज सहित अन्य फसलों का नुकसान हुआ है।-निप्र चित्र भेजा है। पीथमपुर 1-मुआयना करते अधिकारी। पीथमपुर 2-टूट मकान दिखाते हुए। पीथमपुर 3-टूटी पक्की दीवाल दिखाते लोग। पीथमपुर 4-घायल मवेशी। पीथमपुर 5-चद्दर उड़ जाने के बाद बैठे लोग। पीथमपुर 6-ग्राम झाड़ी बरोदा चद्दर उड़ जाने का दृश्य। पीथमपुर 7-ग्राम झाड़ी बरोदा का। पीथमपुर 8-ग्राम झाड़ीबरोदा के स्कूल की छत जमीन पर गिर गई।