लॉकडाउन के उल्लंघन के आरोप में पप्पू यादव गिरफ्तार, 3 दिन पहले ही किया था बड़ा खुलासा
पटना। पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव को मंगलवार को बिहार पुलिस ने हिरासत में लिया। पप्पू यादव ने 3 दिन पहले ही सांसद मद से खरीदे गए एंबुलेंस के बेकार पड़े होने को लेकर खुलासा किया था।
मंगलवार की सुबह पप्पू यादव के पटना स्थित आवास पर टाउन डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम पहुंची जिसके बाद उनको हिरासत में ले लिया। कुछ ही देर बाद पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी की भी पुष्टि कर दी।
बताया जा रहा है कि पप्पू यादव पर बिहार में जारी लॉकडाउन के उल्लंघन का आरोप है। पप्पू यादव पर बगैर पास के मंगलवार की सुबह पीएमसीएच के कोविड वार्ड में घुस गए थे। हिरासत में लेने के बाद पुलिस पप्पू यादव को पटना के बुद्धा कॉलनी थाना ले गई है।
पप्पू यादव ने ट्वीट कर कहा कि कोरोना काल में जिंदगियां बचाने के लिए अपनी जान हथेली पर रख जूझना अपराध है, तो हां मैं अपराधी हूं। PM साहब, CM साहब दे दो फांसी, या, भेज दो जेल झुकूंगा नहीं, रुकूंगा नहीं। लोगों को बचाऊंगा। बेईमानों को बेनकाब करता रहूंगा!
बिहार में मधेपुरा के पूर्व सांसद और जनअधिकार पार्टी (जाप) के अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने एक स्थान पर धावा बोलकर दो दर्जन से ज्यादा एंबुलेंस बिना इस्तेमाल के रखे होने का मामला उजागर किया। सभी एंबुलेंस की खरीदारी सारण से लोकसभा सांसद राजीव प्रताप रूडी के कोष से की गई थी।
एंबुलेंस पर रूडी का नाम लिखा था और संसद सदस्य स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (एमपीलैंड) के कोष से इसकी खरीदारी हुई थी। अपने समर्थकों के साथ पप्पू यादव शुक्रवार को अचानक उस जगह पहुंच गए जहां कई सारी एंबुलेंस खड़ी थी और सुरक्षाकर्मियों से बहस होने के बाद वे परिसर के भीतर चले। परिसर में कई एंबुलेंस को तिरपाल से ढंककर रखा गया था।