• Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. कोरोना वायरस
  4. maharashtra govt suppressing enormity of covid 19 pandemic devendra fadnavis
Written By
Last Modified: रविवार, 26 अप्रैल 2020 (17:47 IST)

देवेंद्र फड़णवीस का बड़ा आरोप- कोविड-19 की भयावहता को दबा रही है महाराष्ट्र सरकार

देवेंद्र फड़णवीस का बड़ा आरोप- कोविड-19 की भयावहता को दबा रही है महाराष्ट्र सरकार - maharashtra govt suppressing enormity of covid 19 pandemic devendra fadnavis
नई दिल्ली। भाजपा नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने महाराष्ट्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह कोविड-19 महामारी की भयावहता को दबा रही है और जिन संदिग्ध मरीजों में कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं, उनकी जांच कराने से मना कर रही है।
 
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता ने आरोप लगाया कि राज्य में‘शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस’ गठबंधन सरकार इस संकट की स्थिति से सही तरीके से नहीं निपट रही है, जिसकी प्रदेश के लोग भारी कीमत चुका रहे हैं।
 
उन्होंने पीटीआई को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि यहां तक कि संकट के समय में भी, सत्तारूढ़ गठबंधन के घटक दलों के बीच न तो तालमेल है, न ही राज्य सरकार के मंत्रियों के बीच किसी तरह का सामंजस्य है...और लोग इसकी भारी कीमत चुका रहे हैं।
 
भाजपा नेता ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार राज्य में कोविड-19 के पॉजिटिव मामलों की संख्या दबा रही है और उसने कोविड-19 के जिन संदिग्ध मरीजों में संक्रमण के लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं, उनकी जांच रोक दी है।
 
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर साढ़े सात हजार के आंकड़े को पार कर गए हैं, जबकि देश में अब तक सर्वाधिक मौतें भी इसी राज्य में हुई हैं। राज्य में कोविड-19 से अब तक करीब सवा तीन सौ लोगों की मौत हुई है। 
 
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इस संकट की वास्तविक तस्वीर नहीं बता रही है और उन्होंने मालेगांव के एक कब्रिस्तान का जिक्र किया।
 
मालेगांव का किया जिक्र : पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि मालेगांव में दफनाए गए लोगों की संख्या पिछले साल की तुलना में पिछले दो महीनों में करीब दोगुनी हो गई है।
 
उन्होंने कहा कि करीब 485 शवों को इस साल मार्च और अप्रैल में दफन किया गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह संख्या सिर्फ 251 थी।
 
उन्होंने कहा कि देश में महाराष्ट्र में सर्वाधिक संख्या में मामले सामने आने के बावजूद ये सभी चीजें राज्य में कोविड-19 संकट की वास्तविक तस्वीर को छिपाने के लिये की जा रही हैं।’’
 
धारावी में लोगों की जान को खतरा : मुंबई के धारावी में संक्रमण के व्यापक रूप से फैलने का पर्याप्त सबूत होने का जिक्र करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि वहां 200 मरीज हैं और करीब 2000 लोग ऐसे हैं जो उनके सीधे संपर्क में आए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन लोगों की जांच नहीं करा रही है और इलाके में लोगों की जान को खतरे में डाल रही है।
 
दिहाड़ी मजदूरों में रोष : फड़णवीस ने राज्य में फंसे कामगारों और दिहाड़ी मजदूरों की दशा के बारे में बात करते हुए कहा कि उनमें गुस्सा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लॉकडाउन के दौरान दिहाड़ी मजदूरों और कामगारों की सुध लेने में नाकाम रही है। नतीजतन, उनके बीच रोष छा रहा है।
 
नहीं मिल पा रहा है राशन : भाजपा नेता ने कहा कि राज्य सरकार बड़ी संख्या में राशन कार्ड धारकों को राशन की आपूर्ति सुनिश्चित नहीं कर पा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने तीन करोड़ लाभार्थियों को मार्च-अप्रैल, दो महीनों का राशन मुहैया नहीं कराया है।
 
सरकार को सहयोग देने के लिए तैयार : फडणवीस ने यह भी कहा हम सरकार का सहयोग करने की कोशिश कर रहे हैं और उसके द्वारा उठाये गये कदमों का पूरी तरह से समर्थन करते हें लेकिन वे (राज्य सरकार) गुमराह हैं। इसलिए हम उपयुक्त उपायों का सुझाव देने के लिए मजबूर हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन में छूट दिए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) और पुणे क्षेत्र के बाहर ढील दिए जाने की गुंजाइश है। (भाषा) 
ये भी पढ़ें
राष्ट्रीय लोकदल ने की महंगाई भत्ते पर लगाई गई रोक हटाने की मांग