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Written By WD

विदेश में पढ़ना है तो टोफेल जरूरी

वेबदुनिया डेस्क

Toefl Prepration | विदेश में पढ़ना है तो टोफेल जरूरी
FILE
टेस्ट ऑफ इंग्लिश एज़ फॉरैन लेंग्वेज (TOEFL) आपकी अंग्रेजी़ में संवाद करने की क्षमता को परखने के लिए लिया जाने वाला टेस्ट है। इस टेस्ट को दुनिया के कई देशों में मान्यता हासिल है और विदेशों में कई यूनिवर्सिटी इस टेस्ट में क्वालिफाइड स्टूडेंट्‍स को एडमिशन देने में प्राथमिकता देती हैं।

यह टेस्ट दो तरह से होता है।

1. इंटरनेट बेस्ड टेस्ट (iBT)

2. पेपर बेस्ड टेस्ट (PBT)


इंटरनेट बेस्ड टेस्ट- पेपर बेस्ट टेस्ट और कम्प्यूटर बेस्ड टेस्ट को मिलाकर इसका स्थान पर अब इंटरनेट बेस्ड टेस्ट ने ले लिया है। इसमें चार सेक्शन होते हैं, जो इस भाषा के आधारभूत ज्ञान को ध्यान में रखकर तैयार किए जाते हैं। इनमें उच्च शिक्षा के स्तर को ध्यान में रखा जाता है। ये चार सेक्शन हैं, रीडिंग, लिस्निंग, स्पीकिंग और राइटिंग।

रीडिंग- इस सेक्शन में 3 से 5 लंबे पैसेज होते हैं और उनके बारे में सवाल जवाब होते हैं। भाषा का स्तर उच्च होता है।

लिस्निंग- इस सेक्शन में छह लंबे पैसेज होते हैं और उनके बारे में सवाल होते हैं। इन पैसेज में दो स्टूडेंट्‍स के बीच की बातचीत होती है और साथ में एकैडमिक लेक्चर होता है। सवालों में स्टूडेंट्‍स से पैसेज के मैन आइडिया के बारे में पूछा जाता है।

स्पीकिंग- इस सेक्शन में कुल छह टास्क दिए जाते हैं, जिनमें से दो स्वयं करना होते हैं और चार सामूहिक रूप से करवाए जाते हैं। दो टास्क में स्टूडेंट को अपने एकैडमिक जीवन के बारे में सवाल पूछे जाते हैं और उनका नजरिया जानने की कोशिश की जाती है। दो अन्य सामूहिक टास्क में स्टूडेंट रीडिंग, स्पीकिंग और लिस्निंग संबंधित टास्क दिए जाते हैं। अन्य टास्क में स्टूडेंट को पैराग्राफ सुनना होता है और उस पर अपने विचार व्यक्त करने होते हैं।

राइटिंग- इस सेक्शन में स्टूडेंट को दो टास्क दिए जाते हैं। एक स्वयं करना होता है और दूसरा टास्क सामूहिक रूप से करवाया जाता है। पैसेज सुनकर उसके बारे में अपने विचार लिखने होते हैं।

पेपर बेस्ड टेस्ट (PBT)- यह iBT और CBT का विकल्प है। इसका स्वरूप इंटरनेट बेस्ट टेस्ट के समान ही है। लेकिन प्रश्नों की संख्यां में कुछ फर्क होता है। इस टेस्ट में स्टूडेंट जितना समय चाहें, ले सकते हैं। इसमें भी चार सेक्शन हैं। लिस्निंग, स्ट्रक्चर और रिटन एक्सप्रेशन स्पीकिंग और राइटिंग होते हैं।

लिस्निंग- इसमें तीन भाग होते हैं। पहले भाग में शॉर्ट कनवरसेशन पर आधारित 30 प्रश्न होते हैं। दूसरे भाग में लंबी कनवरसेशन पर आधा‍रित 8 सवाल होते हैं। अंतिम सेक्शन में लेक्चर पर आधारित 12 प्रश्न होते हैं।

स्ट्रक्चर और रिटन एक्सप्रेशन- इसमें कुल 25 एक्सरसाइज़ होती हैं, जिनमें स्टूडेंट की गलतियों पर बारिकी से ध्यान दिया जाता है।

रीडिंग कम्प्रेशन- पैसेज पढ़ने के बाद कुल 50 प्रश्न पूछे जाते हैं।

राइटिंग- इसमें 250-300 शब्द सीमा में किसी विषय पर निबंध लिखना होता है।