निर्माता : अशोक बगला निर्देशक : प्रकाश सैनी संगीत : रवि मीत, मनोज नेगी कलाकार : सरवर आहूजा, साधिका रंधावा, संजय मिश्रा, हीना तस्लीम
फिल्म इंडस्ट्री में कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिन्हें फिल्म बनाने का कोई ज्ञान नहीं है। वे फिल्म बनाकर धन और समय दोनों की बरबादी करते हैं। ‘मेरी पड़ोसन’ इसका उदाहरण है।
फिल्म के आरंभ होने के बाद निर्देशक प्रकाश सैनी और लेखक तरुण तक्षय को समझ में नहीं आया कि कहानी को कैसे आगे बढ़ाया जाए। परिणामस्वरूप ‘मेरी पड़ोसन’ जैसी घटिया और बोर फिल्म सामने आती है।
विजू (संजय मिश्रा) और कविता (साधिका रंधावा) पति-पत्नी हैं। उनके पड़ोस में एक संघर्षरत फिल्म निर्देशक श्याम गोपाल वर्मा (सरवर आहूजा) अपनो दो दोस्तों प्रेम (स्नेहल दाभी) और असलम (ख्याली) के साथ रहने आता है।
विजू और कविता की प्रेम कहानी को देख वह एक रियलिटी शो के लिए उनके रोमांस को चुपचाप फिल्माने की सोचता है। बेसिर-पैर चुटकलों के जरिए हँसाने की कोशिश की गई है, जिन्हें देख खीज पैदा होती है। निर्देशन, स्क्रीनप्ले, संगीत सब दोयम दर्जे का है।
संजय मिश्रा और सरवर आहूजा का अभिनय ठीक कहा जा सकता है, बाकी सारे कलाकारों ने घटिया एक्टिंग की है। कुल मिलाकर ‘मेरी पड़ोसन’ से दूर रहना ही बेहतर है।