मनीष वर्मा बोले- जब मैं इस शहर में आया तो मुझे मुंबई का 'एम' भी नहीं पता था
जी टीवी ने हाल ही में अपना नया शो 'तेरी मेरी इक्क जिन्दड़ी' शुरू किया है, जो विपरीत स्वभाव के दो लोगों माही और जोगी की एक अनोखी प्रेम कहानी है, जिनके व्यक्तित्व और जिंदगी के प्रति दोनों का नजरिया एक दूसरे से बिल्कुल जुदा है, लेकिन फिर भी वो प्यार के एक ही रास्ते पर चल पड़ते हैं।
इस शो में एक्ट्रेस अमनदीप सिद्धू, माही किरदार निभा रही हैं, और उनके अपोजिट पॉपुलर एक्ट अध्विक महाजन, जोगी के रोल में हैं। इसके अलावा मनीष वर्मा भी गुलशन का किरदार निभा रहे हैं जिसे दर्शक बहुत पसंद कर रहे हैं। गुलशन एक कॉलेज बॉय है, जो दिखने में आकर्षक है। वो जोगी और माही की जिंदगी में हलचल मचाने में लगा रहता है।
यह एक्टर इस शो में जबरदस्त स्टाइल लेकर आए, जिससे इसमें दर्शकों की दिलचस्पी और बढ़ गई है। एक्टिंग हमेशा से मनीष का सपना रहा है, लेकिन इस सपने की जड़ में उनके पिता का सपना भी शामिल है। दरअसल, उनके पिता भी यही चाहते थे कि मनीष एक एक्टर बनें।
मनीष ने अपने कॉलेज के दिनों में एक्टिंग में अपना किस्मत आजमाना शुरू किया। मनीष दिल्ली से हैं और इसलिए उन्हें मुंबई के बारें में ज्यादा नहीं पता था, लेकिन उन्होंने इस बात को अपने सपनों के बीच रुकावट नहीं बनने दिया। बाकी लोगों से अलग उनका संघर्ष हर दिन बेहतर करने और एक एक्टर के रूप में खुद को साबित करने की अपनी उम्मीदों और इच्छाओं से था।
मनीष बताते हैं, जब मैं इस शहर में आया था, तो मुझे मुंबई का 'एम' भी नहीं पता था। अपने सपने के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, एक्टिंग हमेशा से मेरे दिमाग में थी, लेकिन दिक्कत यह थी कि मुझे पता नहीं था कि कहां से शुरुआत की जाए। मुझे लगा कि मॉडलिंग के जरिए आप संपर्क बना सकते हैं और फिर एक्टिंग में आ सकते हैं।
मनीष ने कहा, मैंने मॉडल के रूप में काम शुरू कर दिया, लेकिन आगे चलकर मैं मुंबई शिफ्ट हो गया और मैंने ऑडिशन देने शुरू कर दिए। उस समय भी मेरी ऐसी कोई योजना नहीं थी कि मैं कहां शिफ्ट होऊंगा और क्या करूंगा। मुझे पता था मुंबई में फिल्म सिटी बहुत बड़ा है और इसलिए मैं अपने दोस्त के साथ इसी के पास रहने लगा। इंडस्ट्री में कदम रखने और लोगों से संपर्क बनाने की प्रक्रिया धीरे-धीरे आगे बढ़ती रही।
मनीष बताते हैं, मेरा ध्यान कभी अपने संघर्ष पर नहीं रहा और इसलिए मैंने इसे बहुत ज्यादा महसूस भी नहीं किया। जब से मैंने एक्टर बनने का फैसला किया, तब से मैं सिर्फ अपने लक्ष्य पर केंद्रिंत हूं, जिसे मैं किसी भी तरह अपनी जिंदगी में हासिल करना चाहता हूं। अपनी जिंदगी में आने वाली छोटी-छोटी समस्याओं पर मैं कम ही ध्यान देता हूं।