युवाओं में बजरंग बली की छवि सुपरमैन से कहीं ज्यादा आकर्षक है। क्योंकि बजरंग बली की पर्सनालिटी अपने आप में परफेक्ट है। उन्हें लेकर कई फिल्में और अनेक सीरियल बने हैं। सबसे रोचक यह कि एनिमेशन की दुनिया में भी बजरंग बली ने धूम मचा रखी है। बच्चों की प्रिय फिल्में 'हनुमान' और दूसरी 'हनुमान रिटर्न्स' को सभी बड़े भी जानते हैं।
क्यों फेमस हैं हनुमान : हनुमानजी चार कारणों से युवाओं के आइडल बने हैं, पहला यह कि वे रियल सुपरमैन हैं दूसरा कि वे पावरफुल होने के बावजूद ईश्वर के प्रति समर्पित हैं, तीसरा वे अपने भक्तों की सहायता तुरंत ही करते हैं और चौथा यह कि वे आज भी सशरीर हैं।
कहते हैं कि जिसने कहा 'जय बजरंग बली' समझों टूट गई दुश्मन की नली। बजरंग बली कहने मात्र से ही परीक्षा हो या युद्ध का मैदान संकट तो चुटकियों में खत्म ही समझो। जब दिल में भय ही नहीं रहेगा तो फिर जिंदगी के हर मोर्चे पर सक्सेस तो आपको मिलना ही है।
आज भी हमारे बीच हैं हनुमान : हनुमानजी का बचपन जितना रोचक और रोमांचक था उतनी ही उनकी युवावस्था भी। कहते हैं कि वे हिन्दुओं के एकमात्र ऐसे देवता हैं जो सशरीर आज भी विद्यमान हैं। मान्यता अनुसार कलयुग के अंत में ही हनुमानजी अपना शरीर छोड़ेंगे। हनुमान के बहुत से भक्त हैं जिन्होंने हनुमानजी के दर्शन किए हैं।
FILE
इंटेलेक्ट और फोर्स : जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में इंटेलेक्ट और फोर्स अर्थात् बुद्धि और बल का गेम चलता ही रहता है। जिसके पास ये दो ताकत नहीं है वे पिछड़ते जाते हैं। जो हनुमान की सच्ची भक्ति करते हैं उनकी बुद्धि और ताकत को कोई परख नहीं सकता। माइंड में शॉर्पनेस और शरीर में पावर होना जरूरी है।
जब बात करियर बनाने की हो तो हनुमान ही याद आते हैं। हनुमान बुद्धि के दाता हैं, परीक्षा में याद किए हुए सारे उत्तर याद आ ही जाते हैं। दूसरी ओर जब बॉडी बनाने की बात हो तब भी हनुमान ही याद आते हैं। जिम या अखाड़ों में हनुमान के पोस्टर लगे हुए मिल ही जाते हैं। पहलवान व्यक्ति कुश्ती के लिए अखाड़ें में 'जय बजरंग बली' का नारा लगाकर ही उतरता है।
बोल्ड या फियरलेस बनें : 'भूत-पिसाच निकट नहीं आवै, महावीर जब नाम सुनावै।' मंगल हो या शनि। राहु हो या केतु, सबसे छुटकारा दिलाकर निर्भीक बनाए बजरंग बली। बजरंग बली कहते ही सर से बला टली। युवाओं में यह मान्यता है कि हनुमान के भक्त को किसी भी प्रकार का फोबिया नहीं होता।
राशि और बजरंग बली : आपकी कोई-सी भी राशि हो उसमें मंगल का पावरफुल होना आवश्यक है। मंगल ग्रह हमारे रक्त पर शासन करता है। रक्त अशुद्ध है तो कई तरह के रोग और शोक उत्पन्न होते हैं। अनावश्यक क्रोध भी मंगल खराब की निशानी है, लेकिन जो लोग हनुमान के भक्त हैं उन्हें मंगल, शनि, राहु और केतु से कोई परेशानी नहीं होती।