(साप्ताहिक मुहूर्त 11 अक्टूबर से 17 अक्टूबर 2021) 
				  																	
									  
	
	'वेबदुनिया' प्रस्तुत कर रही है खास आपके लिए सप्ताह के 7 दिन के विशिष्ट मुहूर्त। अगर आप इन 7 दिनों में वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं या कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो इस शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें। ज्योतिष एवं धर्म की दृष्टि से इन मुहूर्तों का विशेष महत्व है। मुहूर्त और चौघड़िए के आधार पर 'वेबदुनिया' आपके लिए इस सप्ताह के अंतर्गत आनेवाले प्रतिदिन के खास मुहूर्त की सौगात लेकर आई है। 
				  
	 
	11 अक्टूबर 2021, सोमवार के शुभ मुहूर्त
	 
	शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
				  						
						
																							
									  
	अयन-दक्षिणायण 
	मास-आश्विन
	पक्ष-शुक्ल
	संवत्सर नाम-आनन्द
				  																													
								 
 
 
  
														
																		 							
																		
									  
	ऋतु-शरद
	वार-सोमवार
	तिथि (सूर्योदयकालीन)-षष्ठी
	नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-ज्येष्ठा
				  																	
									  
	योग (सूर्योदयकालीन)-सौभाग्य
	करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
	लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
				  																	
									  
	शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
	राहुकाल- प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  
				  																	
									  
	दिशा शूल-आग्नेय 
	योगिनी वास-पश्चिम
	गुरु तारा-उदित
				  																	
									  
	शुक्र तारा-उदित
	चंद्र स्थिति-धनु
	व्रत/मुहूर्त-रवियोग/उपांग ललिता व्रत
				  																	
									  
	यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
	आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
				  																	
									  
	आज का उपाय-किसी विप्र को चांदी भेंट करें।
	वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
				  																	
									  
	
	12 अक्टूबर 2021, मंगलवार के शुभ मुहूर्त 
	 
				  																	
									  
	शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
	अयन-दक्षिणायण  
				  																	
									  
	मास-आश्विन
	पक्ष-शुक्ल
	संवत्सर नाम-आनन्द
	ऋतु-शरद
				  																	
									  
	वार-मंगलवार
	तिथि (सूर्योदयकालीन)-सप्तमी
	नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मूल
				  																	
									  
	योग (सूर्योदयकालीन)-शोभन
	करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
	लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
				  																	
									  
	शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
	राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
	दिशा शूल-उत्तर 
				  																	
									  
	योगिनी वास-वायव्य
	गुरु तारा-उदित
	शुक्र तारा-उदित
				  																	
									  
	चंद्र स्थिति-धनु
	व्रत/मुहूर्त-मूल समाप्त/रवियोग 
	यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
				  																	
									  
	आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
	आज का उपाय-हनुमान मंदिर में बूंदी के लड्डू चढाएं।
				  																	
									  
	वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
	
	 
				  																	
									  
	13 अक्टूबर 2021, बुधवार के शुभ मुहूर्त 
	 
	शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
				  																	
									  
	अयन-दक्षिणायण 
	मास-आश्विन
	पक्ष-शुक्ल
	संवत्सर नाम-आनन्द
				  																	
									  
	ऋतु-शरद
	वार-बुधवार
	तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी
	नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाषाढ़ा
				  																	
									  
	योग (सूर्योदयकालीन)-सुकर्मा
	करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
	लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
				  																	
									  
	शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
	राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
	दिशा शूल-ईशान
				  																	
									  
	योगिनी वास-ईशान
	गुरु तारा-उदित
	शुक्र तारा-उदित
	चंद्र स्थिति-मकर
				  																	
									  
	व्रत/मुहूर्त-भद्रा/दुर्गाष्टमी/महानिशा पूजा
	यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
				  																	
									  
	आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
	आज का उपाय-देवी मंदिर में हरे चुनरी चढाएं।
				  																	
									  
	वनस्पति तंत्र उपाय- अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
	
	 
				  																	
									  
	14 अक्टूबर 2021, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
	 
	शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
				  																	
									  
	अयन-दक्षिणायण 
	मास-आश्विन
	पक्ष-शुक्ल
	संवत्सर नाम-आनन्द
				  																	
									  
	ऋतु-शरद
	वार-गुरुवार
	तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी
	नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराषाढ़ा
				  																	
									  
	योग (सूर्योदयकालीन)-धृति
	करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
	लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
				  																	
									  
	शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
	राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
	दिशा शूल-दक्षिण  
				  																	
									  
	योगिनी वास-पूर्व
	गुरु तारा-उदित
	शुक्र तारा-उदित
	चंद्र स्थिति-मकर
				  																	
									  
	व्रत/मुहूर्त-दुर्गा नवमी/रवियोग
	यात्रा शकुन- बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
				  																	
									  
	आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
	आज का उपाय-कन्याभोज करा कर कन्याओं को स्वर्ण दान करें।
				  																	
									  
	वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
	
	15 अक्टूबर 2021, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
				  																	
									  
	 
	शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
	अयन-दक्षिणायण 
				  																	
									  
	मास-आश्विन
	पक्ष-अक्टूबर
	संवत्सर नाम-आनन्द
	ऋतु-शरद
				  																	
									  
	वार-शुक्रवार
	तिथि (सूर्योदयकालीन)-दशमी
	नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-श्रवण
				  																	
									  
	योग (सूर्योदयकालीन)-शूल
	करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
	लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
				  																	
									  
	शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
	राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
	दिशा शूल-वायव्य 
				  																	
									  
	योगिनी वास-उत्तर
	गुरु तारा-उदित
	शुक्र तारा-उदित
	चंद्र स्थिति-कुम्भ
				  																	
									  
	व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/विजयादशी (दशहरा)/पंचक प्रारंभ/शमी पूजा
	यात्रा शकुन- शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
				  																	
									  
	आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
	आज का उपाय-शमी पूजन करें।
				  																	
									  
	वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
	
	 
				  																	
									  
	16 अक्टूबर 2021, शनिवार के शुभ मुहूर्त 
	 
	शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
				  																	
									  
	अयन-दक्षिणायण 
	मास-आश्विन
	पक्ष-शुक्ल
	ऋतु-शरद
				  																	
									  
	संवत्सर नाम-आनन्द
	वार-शनिवार
	तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
				  																	
									  
	नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-धनिष्ठा
	योग (सूर्योदयकालीन)-गण्ड
	करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
				  																	
									  
	लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
	शुभ समय- प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
	राहुकाल- प्रात: 9:00 से 10:30 तक
				  																	
									  
	दिशा शूल-पूर्व
	योगिनी वास-आग्नेय 
	गुरु तारा-उदित
				  																	
									  
	शुक्र तारा-उदित 
	चंद्र स्थिति-कुम्भ
	व्रत/मुहूर्त-पापांकुशा एकादशी व्रत (सर्वे.)/रवियोग/वाहन क्रय मुहूर्त
				  																	
									  
	यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
	आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
				  																	
									  
	आज का उपाय-किसी विप्र को सवाकिलो इमरती भेंट करें।
	वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
				  																	
									  
	
	17 अक्टूबर 2021, रविवार के शुभ मुहूर्त
	 
	शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
				  																	
									  
	अयन-दक्षिणायण
	मास-आश्विन
	पक्ष-शुक्ल
	संवत्सर नाम-आनन्द
				  																	
									  
	ऋतु-शरद
	वार-रविवार
	तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
	नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-शतभिषा
				  																	
									  
	योग (सूर्योदयकालीन)-वृद्धि
	करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
	लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
				  																	
									  
	शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 
	राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
	दिशा शूल- पश्चिम 
				  																	
									  
	योगिनी वास-नैऋत्य
	गुरु तारा-उदित
	शुक्र तारा-उदित 
				  																	
									  
	चंद्र स्थिति-मीन
	व्रत/मुहूर्त-त्रिपुष्कर योग/व्यापार मुहूर्त/वाहन क्रय
				  																	
									  
	यात्रा शकुन- इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
	आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
				  																	
									  
	आज का उपाय-बहते जल में गुड़ प्रवाहित करें।
	वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
				  																	
									  
	 
	(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
				  																	
									  
	 
	-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
	प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र