• Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. ज्योतिष
  3. ज्योतिष आलेख
  4. Surya ka tula rashi me pravesh
Written By WD Feature Desk
Last Modified: बुधवार, 16 अक्टूबर 2024 (14:46 IST)

सूर्य का तुला राशि में गोचर से 3 राशियों को मिलेगा भाग्य का साथ

Surya tula rashi Gochar: सूर्य का तुला राशि में गोचर से 3 राशियों को मिलेगा भाग्य का साथ - Surya ka tula rashi me pravesh
Sun transit in libra: सूर्यदेव 17 अक्टूबर 2024 को तुला राशि में गोचर करेंगे। सूर्य के शुक्र की राशि में गोचर के चलते कुछ राशियों को इससे लाभ होगा तो कुछ को नुकसान। 3 ऐसी राशियां हैं जिन्हें सूर्य के तुला राशि में प्रवेश से होगा लाभ। यदि आपकी राशि भी इनमें शामिल हैं तो जल्दी से जान लें कि आपके साथ क्या होने वाला है।
 
1. वृश्चिक राशि : सूर्य आपकी कुंडली में दसवें भाव के स्वामी हैं और अब द्वादश भाव में गोचर कर रहे हैं। नौकरीपेशा हैं तो कार्यस्थल पर स्थिति मजबूत होने की संभावना है। अपनी मेहनत के बल पर आप उन्नति करेंगे। व्यापारी हैं तो आपके लिए यह समय अनुकूल है। जो जातक विदेशों से जुड़ा कोई व्यापार करते हैं उनके लिए यह गोचर शुभ है। किसी भी प्रकार के रोग से बचना होगा। 
 
2. धनु राशि : सूर्य आपके नौवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके ग्यारहवें भाव में होंगे। व्यापार में उन्नति होगी और नौकरीपेशा हैं तो वेतनवृद्धि के योग बन रहे हैं। भाग्य का साथ मिलने वाला है। धार्मिक यात्रा के भी योग बन रहे हैं। हालांकि पारिवारिक जीवन में थोड़ी बहुत समस्या हो सकती है। वाद विवाद से बचकर रहें।
  
3. कुंभ राशि : आपकी कुंडली के सातवें भाव के स्वामी सूर्य अब नौवें भाव में गोचर कर रहे हैं। करियर, नौकरी और व्यापार के लिए यह गोचर लाभदायक है। हालांकि साझेदारी का व्यापार और जीवनसाथी से संबंधों में सतर्कता बरतकर ही कार्य करें अन्यथा विवाद हो सकता है। आर्थिक दृष्टि से यह गोचर शुभ है। धर्म कर्म के कार्य को करने से लाभ होगा।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।