शुक्रवार, 22 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. ज्योतिष
  3. आलेख
  4. Kaal Bhairav Rahasya
Written By

काल भैरव अष्टमी 2018 : कौन है काल भैरव, उनकी उपासना से क्या मिलता है फल, जानिए 10 विशेष बातें...

काल भैरव अष्टमी 2018 : कौन है काल भैरव, उनकी उपासना से क्या मिलता है फल, जानिए 10 विशेष बातें...। Kaal Bhairav Rahasya - Kaal Bhairav Rahasya
जो व्यक्ति भैरव जयंती को अथवा किसी भी मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भैरव का व्रत रखता है, पूजन या उनकी उपासना करता है वह समस्त कष्टों से मुक्त हो जाता है। 
 
भगवान काल भैरव अपने भक्तों के कष्टों को दूर कर बल, बुद्धि, तेज, यश, धन तथा मुक्ति प्रदान करते हैं। यहां पाठकों के लिए प्रस्तुत है काल भैरव से संबंधित 10 विशेष बातें...
 
चमत्कारी भैरव मंत्र-  'ह्रीं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरू कुरू बटुकाय ह्रीं'।  
 
* भैरव को शिव जी का अंश अवतार माना गया है। रूद्राष्टाध्याय तथा भैरव तंत्र से इस तथ्य की पुष्टि होती है। 
 
* भैरव जी का रंग श्याम है। उनकी चार भुजाएं हैं, जिनमें वे त्रिशूल, खड़ग, खप्पर तथा नरमुंड धारण किए हुए हैं। 
 
* उनका वाहन श्वान यानी कुत्ता है। 
 
* भैरव श्मशानवासी हैं तथा ये भूत-प्रेत, योगिनियों के स्वामी हैं। 
 
* भक्तों पर कृपावान और दुष्टों का संहार करने में सदैव तत्पर रहते हैं। 
 
* रविवार एवं बुधवार को भैरव की उपासना का दिन माना गया है। 
 
* भैरव जयंती, भैरव अष्‍टमी के दिन कुत्ते को मिष्ठान खिलाकर दूध पिलाना चाहिए। 
 
* भैरव की पूजा में श्री बटुक भैरव अष्टोत्तर शत-नामावली का पाठ करना चाहिए। 
 
* भैरव की प्रसन्नता के लिए श्री बटुक भैरव मूल मंत्र का पाठ करना शुभ होता है। 
 
* श्री काल भैरव अपने उपासक की दसों दिशाओं से रक्षा करते हैं। 
ये भी पढ़ें
यह है कार्तिक पूर्णिमा कथा : इसलिए भगवान शिव को कहा जाता है त्रिपुरारी