Ganesh chaturthi 2024: गणेश उत्सव के पांचवें दिन के अचूक उपाय और पूजा का शुभ मुहूर्त  
					
					
                                          Ganesh chaturthi 2024:  गणेश उत्सव का आज पांचवां दिन, जानिए शाम की पूजा का शुभ मुहूर्त
                                       
                  
				  				
								 
				  
                  				  Five Day of Ganesh festival 2024:  07 सितंबर को गणेश उत्सव का पहला, 8 को दूसरा, 9 को तीसरा, 10 को चौथा और अब 11 सितंबर को पांचवां दिन रहेगा। गणेशोत्सव 17 सितंबर तक चलेंगे। 11 सितंबर 2024 बुधवार के दिन भगवान श्री गणेश जी की पूजा का क्या है शुभ मुहूर्त और इस दिन कौनसे ऐसे उपाय करें कि जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आए।
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	सुबह की पूजा का समय : प्रात: 04:55 से 06:04 के बीच।
	दोपहर की पूजा का समय: दोपहर 12:05 से अपराह्न  01:46 बजे के बीच।
				  
	शाम की पूजा का समय: शाम 06:31 से शाम 06:54 के बीच।
	रात्रि पूजा का समय: रात्रि  07:57 से 09:24 के बीच।
				  
				  
	गणेश उत्सव के पांचवें दिन के उपाय:-
				  						
						
																							
									  
	- 
		गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें।
 
	- 
		गणेशजी को दूर्वा और लड्डू अर्पित करें।
 
	- 
		किन्नरों को पैसे दान दें। 
 
	- 
		कन्याओं को भोजन कराएं।
 
	- 
		गाय को हरा चारा खिलाएं।
 
	- 
		तुलसी के पत्ते का सेवन करें। 
 
	- 
		सवा पाव मूंग उबालकर उसमें घी और शक्कर मिलाकर गाय को खिलाएं।
 
				  																													
								 
 
 
  
														
																		 							
																		
									  
	1. भगवान गणेश जी के नामों का स्मरण करें। मंदिर में विधि विधान से पूजा करते हुए भगवान गणेश के नाम लेने से भगवान प्रसन्न होते हैं।
				  																	
									  
	 
	2. भगवान गणेश को इस दिन घी और गुड़ का भोग लगाएं। भोग लगाने के पश्चात् घी और गुड़ गाय को खिलाना चाहिए। ऐसा करने से आर्थिक रूप से खुशहाली आती है। 
				  																	
									  
	 
	3. अगर घर में नकारात्मक शक्तियों का वास है तो गणेश चतुर्थी के दिन घर के मंदिर में सफेद रंग के गणपति की स्थापना करनी चाहिए। इससे सभी प्रकार की बुरी शक्तियों का नाश होता है।
				  																	
									  
	 
	4 इस दिन भगवान गणेश को दूर्वा चढ़ानी चाहिए। संभव हो तो दूर्वा से भगवान गणेश की प्रतिमा बनाकर उनका पूजन करना चाहिए।
				  																	
									  
	 
	5. भगवान गणेश को सिंदूर का तिलक जरूर लगाना चाहिए। इसके बाद खुद भी अपने माथे पर तिलक लगाना चाहिए।