बुधवार, 24 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. ज्योतिष
  3. आलेख
  4. Astrology Yoga Timing 2017

जुलाई माह के कार्य-सिद्धि योग जानिए

जुलाई माह के कार्य-सिद्धि योग जानिए - Astrology Yoga Timing 2017
* जानिए जुलाई 2017 के शुभ योग-संयोग 
 
कार्य-सिद्धि योग सकारात्मक ऊर्जा से सम्पन्न होते हैं। इसी कारण किसी भी नए कार्य को शुरू करने से पहले शुभ योग-संयोग को देख-परख लेना श्रेष्ठ होता हैं। अगर आपको किसी भी माह में नया कार्य आरंभ करना हो तो शुभ योग-संयोग देखकर किया जाए तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है। आपके लिए प्रस्तुत हैं जुलाई 2017 के शुभ-अशुभ योग। आइए जानें :- 
कार्य-सिद्धि योग
 
दिनांक  समय 
05 जुलाई  प्रात: 05/27 से देर रात्रि 05/16 तक
06 जुलाई  प्रात: 05/16 से प्रात: 08/24 तक
09 जुलाई  सायं 04/48 से देर रात्रि 05/17 तक
10 जुलाई सायं 07/09 से देर रात्रि 05/18 तक
16 जुलाई  प्रात: 05/20 से देर रात्रि 12/20 तक
18 जुलाई  रात्रि 09/45 से देर रात्रि 05/21 तक
19 जुलाई  समस्त
23 जुलाई  प्रात: 09/53 से देर रात्रि 05/24 तक
24 जुलाई  प्रात: 05/24 से प्रात: 07/44 तक
25 जुलाई  प्रात: 05/25 से प्रात: 06/00 तक
 
अमृत सिद्धि योग
 
05 जुलाई  प्रात: 05/27 से देर रात्रि 05/16 तक
सर्वदोषनाशक रवि योग
 
01 जुलाई  रात्रि 09.50 से 02 जुलाई रात्रि 12.00 तक।
07 जुलाई  दोपहर 11.21 से 08 जुलाई दोपहर 02.10 तक।
14 जुलाई देर रात्रि 12.41 से 15 जुलाई देर रात्रि 12.48 तक।
25 जुलाई
 देर रात्रि 04.52 से 26 जुलाई देर रात्रि 04.24 तक।
27 जुलाई  रात्रि 04.40 से 29 जुलाई प्रात: 05.41 तक।
31 जुलाई  प्रात: 09.39 से।
 

द्विपुष्कर (दो गुना फल) योग
 
04 जुलाई  देर रात्रि 12/30 से देर रात्रि 05/15 तक
 
त्रिपुष्कर (तीन गुना फल) योग
 
05 जुलाई  दोपहर 02.36 से सायं 05.28 तक
10 जुलाई  दोपहर 03.09 से रात्रि 10.09 तक
 
रवि पुष्यामृत योग
 
23 जुलाई  प्रात: 09.53 से सूर्योदय पर्यन्त
 
विघ्नकारक भद्रा योग
 
04 जुलाई  दोपहर 11.21 से रात्रि 12.30 तक।
08 जुलाई  प्रात: 07.31 से रात्रि 08.34 तक।
11 जुलाई  देर रात्रि 01.31 से 12 जुलाई दोपहर 02.04 तक।
15 जुलाई 
दोपहर 02.34 से देर रात्रि 02.06 तक
18 जुलाई  रात्रि 08.43 से 19 जुलाई प्रात: 07.26 तक।
21 जुलाई  रात्रि 09.50 से 22 जुलाई प्रात: 08.08 तक।
26 जुलाई  सायं 07.35 से 27 जुलाई प्रात: 07.01 तक।
30 जुलाई  प्रात: 08.07 से रात्रि 08.57 तक।

 
ये भी पढ़ें
फलित ज्योतिष में क्या है दशाओं का महत्व