मुंबई : जानें क्या कहते हैं ग्रह
दिल दहला देने वाली घटना ने एक बार फिर हमें सोचने पर मजबूर कर दिया। आखिर कब तक हम चुप बैठेंगे? कब तक बयानबाजी करते रहेंगे? अब मौका आ गया है मुँहतोड़ जवाब देने का। अब चूके तो हमें डूब मरने वाली बात होगी। मरने वालों की संख्या 125 तक हो गई है। कई घायल हैं। मैंने पहले भी कई बार लिखा था कि हमारी सुरक्षा व्यवस्था सुस्त नजर आएगी, जो सही साबित हुई।गत बुधवार रात करीब 10.15 बजे आतंकवादियों ने मुंबई की प्रसिद्ध ताज होटल, ओबेराय होटल, मेट्रो थिएटर, महाराजा शिवाजी टर्मिनल को अपना निशाना बनाया। हमारे कई जाँबाज जवान शहीद हो गए। अब हमें राजनीति न करते हुए जी-जान से आतंकवाद का खात्मा कर देना चाहिए। आइए जानें क्या कहते हैं इस बारे में ग्रह-
जब मुंबई आतंकवादियों के निशाने पर थी तब कर्क लग्न चल रहा था। लग्न में केतु द्वितीय मारक भाव में शत्रु सूर्य की राशि पर शनि महाराज विराजमान थे। शनि की लग्नेश चंद्र पर तृतीय पूर्ण दृष्टि थी। चंद्र लग्नेश होकर चतुर्थ में शुक्र की तुला राशि पर था जो कि उसकी शत्रु राशि है। चतुर्थ भाव जनता का है वही भवन का है और आतंकवाद ने इन पर ही निशाना बनाया। यहाँ पर मंगल, सूर्य, बुध तीनों शनि के नक्षत्र अनुराधा में हैं। वहीं शु्क्र सुखेश होकर छठे भाव में है। यही कारण है कि आतंकवादी हमला हुआ। सप्तम भाव में शनि की राशि मकर में राहु मारक होकर बैठा है। वहीं गुरु की महादशा में चंद्र के अंतर में राहु का प्रत्यंतर चल रहा है और राहु चंद्र के नक्षत्र में है तथा वर्तमान में राहु-केतु के मध्य सारे ग्रह चल रहे हैं। यही आतंकवाद को समाप्त कर इतिश्री न समझ लें। अब कमर कस लेनी होगी कि अब फिर से कोई ऐसी हरकत न कर पाए।