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Written By WD

प्लेनेट को करें रिफॉर्म

Plenet | प्लेनेट को करें रिफॉर्म
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किसी भी प्लेनेट से आपके जीवन में प्रॉब्लम क्रिएट हो रही है तो घबराने की आवश्यकता नहीं। सबसे पहले यह जानें कि कौन-सा ग्रह प्रॉब्लम क्रिएट कर रहा है। फिर उस ग्रह से संबंधित लाल किताब अनुसार नीचे लिखे टोटके या उपाय करें।

1.सूर्य : भगवान विष्णु की उपासना करें। सूर्य को अर्ध्य दें। रविवार का व्रत रख सकते हैं। मुँह में मीठा डालकर ऊपर से पानी पीकर ही घर से निकलें। बहते पानी में गुड़ प्रवाहित करें। पिता या पिता समान व्यक्ति का सम्मान करें।

2.चंद्र : दूध या पानी से भरा बर्तन रात को सिरहाने रखे और सुबह उसे बबूल के पेड़ में डाल दें। प्रतिदिन माता के पैर छूना और शिव की भक्ति करना जरूरी। सोमवार का व्रत रख सकते हैं। चावल, सफेद वस्त्र, शंख, वंशपात्र, सफेद चंदन, श्वेत पुष्प, चीनी, बैल, दही और मोती दान करना चाहिए।

3.मंगल : शुभ हो तो मिठाई या मीठा भोजन दान करें। बताशे बहते पानी में प्रवाहित करें।

4.मंगल : अशुभ हो तो बहते पानी में तिल और गुड़ से बनी रेवाड़ियाँ प्रवाहित करें। हनुमानजी की भक्ति करें। मंगल खराब की स्थिति में सफेद रंग का सुरमा आँखों में डालना चाहिए। क्रोध न करें। गुड़ खाना चाहिए। भाई और मित्रों से संबंध अच्छे रखना चाहिए।

5.बुध : सिक्के बराबर ताँबे के पत्रे में छेद करके उसे बहते पानी में प्रवाहित करें। दुर्गा की भक्ति। नाक छिदवाना। बेटी, बहन, बुआ और साली से अच्छे संबंध रखें। बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएँ। साबूत हरे मूँग का दान करें। वादों को निभाएँ।

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6.बृ्हस्पति : केसर को नाभि पर लगाएँ। हल्दी की गाँठ घर में रखें। सत्य ही बोलें। आचरण को शुद्ध रखें। पिता, दादा और गुरु का आदर करना ना भूलें। गुरु बना सकते हैं। घर में धूप-दीप देते रहें।

7.शुक्र : लक्ष्मी की उपासना करें। सफेद वस्त्र दान करें। भोजन का कुछ हिस्सा गाय, कौवे और कुत्ते को दें। शुक्रवार का व्रत रखें। खटाई न खाएँ। दो मोती लेकर एक पानी में बहा दें और एक जिंदगीभर अपने पास रखें। स्वयं को और घर को साफ-सुथरा रखें और हमेशा साफ कपड़े पहनें। नित्य नहाएँ। शरीर को जरा भी गंदा न रखें। सुगंधित इत्र या सेंट का उपयोग करें। पवित्र बने रहें। ज्वार या चने का चारा गाय को खिलाएँ या किसी को दान करें। पत्नी का ध्यान रखें उसका कभी भी अपमान ना करें।

8.शनि : सर्वप्रथम भगवान भैरव की उपासना करें। तिल, उड़द, भैंस, लोहा, तेल, काला वस्त्र, काली गौ और जूता दान देना चाहिए। कौवे को प्रतिदिन रोटी खिलाएँ। छायादान करें, अर्थात कटोरी में थोड़ा-सा सरसों का तेल लेकर अपना चेहरा देखकर शनि मंदिर में अपने पापों की क्षमा माँगते हुए रख आएँ। दाँत साफ रखें। अंधे-अपंगों, सेवकों और सफाईकर्मियों से अच्छा व्यवहार रखें। काका और मामा के सम्मान का खयाल रखें और उनसे अच्छे संबंध बनाएँ।

9.राहु : मूली के पत्ते निकाल कर दान करें। मूली को रात को सिरहाने रखकर उसे सुबह मंदिर में दान करें। किचन में बैठकर ही भोजन करें। सरस्वती का ध्यान करें। ससुराल पक्ष से अच्छे संबंध रखें। सिर में चोटी रखें।

10.केतु : संतानें केतु हैं इसलिए संतानों से संबंध अच्छे रखें। भगवान, गणेश की आराधना करें। दोरंगी कुत्ते को रोटी खिलाएँ। कान छिदवाएँ। कुत्ता पाल सकते हैं।

नोट करने योग्य :
1) सभी उपाय दिन के समय करें।
2) एक उपाय 40 या 43 दिन तक करना चाहिए।
3) एक दिन में केवल एक ही उपाय करें।