युवा सर्वे - क्रिकेट में रोटेशन पॉलिसी
भारत में क्रिकेट सदा से ही प्रयोगधर्मिता के नाम रहा है। बात चाहें टी20 मैचों की हो, सहारा द्वारा क्रिकेट से दूरी बनाने की हो या फिर रोटेशन पॉलिसी की हो। इन सभी स्थितियों में व्यावसायिकता के साथ प्रयोगों की भेंट चढा क्रिकेट का खेल क्या अब अपने बदले स्वरूप में प्रशंसकों की अपेक्षाओं की कसौटी पर खरा उतर पाएगा? यह जानने के लिए हमने बात की शहर के 50 युवाओं से- प्र. रोटेशन पॉलिसी क्या भारतीय टीम के लिए फायदेमंद होगी? हाँ 32 नहीं 18 प्र. क्या इस पॉलिसी से जूनियर खिलाडियों को अपने खेल के प्रदर्शन का बेहतर मौका मिलेगा? हाँ 37 नहीं 13 प्र. क्या टी20 मैचों ने क्रिकेट के व्यवसायीकरण को बढ़ावा दिया है? हाँ 47नहीं 3 प्र. क्या टी20 ने 50 ओवर वाले टेस्ट मैचों के के्रज को घटा दिया है? हाँ 45 नहीं 5प्र. क्या आपको लगता है बीसीसीआई सहारा ग्रुप को मना पाएगी?हाँ 28नहीं 22