शनि ग्रह : एक नजर में
शनि ग्रह को जानें : भाग 2
।।ॐ शं शनैश्चराय नमः।।।।ॐ भैरवाय नम:।। देवता: भैरव जीगोत्र: कश्यपजाति: क्षत्रियरंग: श्याम, नीलावाहन: गिद्ध, भैंसादिशा: वायववस्तु: लोहा, फौलादपोशाक: जुराब, जूतापशु: भैंस या भैंसावृक्ष: कीकर, आक, खजूर का वृक्ष भ्रमण: अढ़ाई वर्षशरीर के अंग: दृष्टि, बाल, भवें, कनपटीपेशा: लुहार, तरखान, मोचीसिफत: मुर्ख, अक्खड़, कारीगरगुण: देखना, भूलना, चालाकी, मौत, बीमारीशक्ति: जादूमंत्र देखने दिखाने की शक्ति, मंगल के साथ हो तो सर्वाधिक बलशालीराशि: मकर और कुम्भ का स्वामी। तुला में उच्चा का और मेष में नीच का माना गया है। ग्यारहवां भाव पक्का घर।अन्य नाम: यमाग्रज, छायात्मज, नीलकाय, क्रुर कुशांग, कपिलाक्ष, अकैसुबन, असितसौरी और पंगु इत्यादि