घर से नकारात्मक ऊर्जा निकालकर सकारात्मक उर्जा बढ़ाने से घर के सभी सदस्य निरोगी, सुखी और शांतचित्त रहने हैं। किस तरह घर में बढ़ेगी सकारात्मक ऊर्जा आओ इस संबंध में जानते हैं वास्तु के 5 टिप्स।
1. कर्पूर : कर्पूर जलाने की परंपरा प्राचीन समय से चली आ रही है। शास्त्रों के अनुसार देवी-देवताओं के समक्ष कर्पूर जलाने से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है। जिस घर में नियमित रूप से कर्पूर जलाया जाता है, वहां देवदोष, पितृदोष या किसी भी प्रकार के ग्रह दोषों का असर नहीं होता है। कर्पूर जलाते रहने से घर का वास्तु दोष भी शांत रहता है। वैज्ञानिक शोधों से यह भी ज्ञात हुआ है कि इसकी सुगंध से जीवाणु, विषाणु आदि बीमारी फैलाने वाले जीव नष्ट हो जाते हैं जिससे वातावरण शुद्ध हो जाता है तथा बीमारी होने का भय भी नहीं रहता।
2. गुड़ और घी : घर में एक कंडे अर्थात उपले पर गुड़ को घी में मिलाकर धूप दें। इसे वातावरण सुगंधित बनेगा और ऑक्सिजन लेवल भी बढ़ेगा। आप चाहें तो इसमें थोड़ा गुग्गल या हवन समिधा भी मिलाकर डाल सकते हैं। सर्वप्रथम एक कंडा जलाएं। फिर कुछ देर बार जब उसके अंगारे ही रह जाएं तब गुड़ और घी बराबर मात्रा में लेकर उक्त अंगारे पर रख दें। इससे जो सुगंधित वातावरण निर्मित होगा, वह आपके मन और मस्तिष्क के तनाव को शांत कर देगा।
3. षोडशांग धूप : तंत्रसार के अनुसार अगर, तगर, कुष्ठ, शैलज, शर्करा, नागरमाथा, चंदन, इलाइची, तज, नखनखी, मुशीर, जटामांसी, कर्पूर, ताली, सदलन और गुग्गुल ये सोलह प्रकार के धूप माने गए हैं। इसे षोडशांग धूप कहते हैं। इनकी धूनी देने से आकस्मिक रोग, शोक और दुर्घटना नहीं होती है।
4. दीवारों का रंग : दीवारों के रंग का भी आपके जीवन पर असर पड़ता है। हल्का नीला, सफेद, नारंग, पीला, हलका स्लेटी, क्रीम, पिंकिश, गुलाबी रंग आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का निर्माण करते हैं। घर के मध्य में रंगोली या मांडना बनाने से भी सकारात्मक ऊर्जा का निर्माण होता है।
5.नकारात्मक वस्तुएं : घर में अटाला, प्लास्टिक, हानिकारक वस्तुएं, फटे-पुराने कपड़े, अत्यधिक लोहा, जर्मन, एल्युमिनियम आदि वस्तुएं नकारात्मक ऊर्जा का निर्माण करती है। इन्हें अपने घर से बाहर निकाल दें।