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A Letter to My Students : जिंदगी भी परीक्षा लेती है...

A Letter to My Students : जिंदगी भी परीक्षा लेती है... - A letter to My students
ये मुझ जैसी शिक्षक का सौभाग्य है कि आप सब मुझे अपनी माँ की तरह मानने के साथ साथ अपनी मित्र भी मानते हैं.. व अपने सीक्रेट भी मेरे साथ शेयर करते हैं..।
 
आप सबसे इतना प्यार व सम्मान मिला है कि शिकायत का तो सवाल ही नहीं...तब भी ,जब आप में से कुछ 80-90 % लाते हैं तो कुछ पास भर होते हैं... क्योंकि मै जानती हूँ कि सभी की क्षमता व दिमाग एक सा नहीं होता..।
 
लेकिन आप में से कई बच्चों की एक बात जो मुझे नापसंद है ,वो ये कि आप बहुत जल्दी हताश व निराश हो जाते हैं...।पता है.....तब मुझे अपना पढ़ाना निर्रथक लगता है...क्योंकि मेरा मानना है कि मै सिर्फ अपना विषय (हिंदी)पढ़ाने के लिए ही नहीं हूँ.., बल्कि ज़िंदगी का पाठ पढ़ाना भी मेरा दायित्व है..।
 
तो आप सबके लिए बस यही संदेश देना चाहूंगी कि मेहनत करो...पर परसेंटेज के पीछे मत भागो...मेरा बस चले तो आपके पेरेंट्स को भी ये समझाऊँ... पढाई में एवरेज बच्चा भी आगे चलकर सफल होता है...।
 
इसलिए नैराश्य को परे ढकेलकर आगे बढ़ते रहो..।अरे..असफलता ही तो सफलता की पहली सीढ़ी है...है ना..! और असफलता तो स्थायी भी नहीं होती...।एक बात और...कोर्स की पढ़ाई में मन कम भी लगे तो कोई न...अखबार व अन्य साहित्य खूब पढ़ें.. पढ़ा हुआ ज़िंदगी में कभी भी काम अवश्य आता है..।
 
दूसरा नैराश्य आप में तब दिखता है जब आपको कोई "डिच"कर देता है...।एक तो बच्चों, अभी आपको पहले अपनी पढ़ाई... कैरियर व हेल्थ पर फोकस करना चाहिए...।.प्यार कोई बुरी बात नहीं..बल्कि बहुत खूबसूरत अहसास है...लेकिन ये सही वक्त नहीं है...ऐसे में जिस रिश्ते में आप हो वह ईमानदार व निर्मल रिश्ता है भी या नही ....ये आप समझ नहीं पाते और भटक जाते हैं... ये भटकाव आपको हताश/निराश कर देता है..।
 
Exam सिर्फ स्कूल -कॉलेज ही नहीं...ज़िन्दगी भी लेती है..और सच्चा व आत्मविश्वासी विद्यार्थी ही उसमें सफल हो पाता है..।तो बस....!सारे इम्तिहान की तैयारी कर लें... वॉट्सऐप पर तो बहुत दिखाते हैं... अब यहाँ भी नकारात्मकता को ठेंगा दिखाकर सकारात्मकता के नम्बर ले आएं..। ये सकारात्मकता ही आपकी सफलता है..।
 
तो कोई भी निर्णय लें... बिल्कुल लें....आत्मविश्वास के साथ लें....पेरेंट्स पर भी विश्वास करके लें...क्योंकि वे आपकी ज़िंदगी का एक अहम हिस्सा हैं....।
 
आप बड़ों को सम्मान दें,यही हमारी गुरु दक्षिणा होती है....।
 
सदैव नेक इंसान बनने का प्रयत्न करें... सफल स्वतः ही होंगे... आशीर्वाद... सहित..
 
ज्योति मैम
 
ज्योति जैन
इन्दौर
वर्चुअल वॉयस कॉलेज
(अतिथि व्याख्याता)
 
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