बेंगलुरु की चेन्नई पर रोमांचक जीत
अनुशासित गेंदबाजी के बाद रोस टेलर की जिम्मेदारी भरी पारी से रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने इंडियन प्रीमियर लीग में गुरुवार को यहाँ चेन्नई सुपर किंग्स को रोमांच की पराकाष्ठा तक पहुँचे कम स्कोर वाले मैच में दो विकेट से हराकर सेमीफाइनल के लिए अपना दावा मजबूत किया। यह आईपीएल के उन कुछेक मैच में शामिल था जिनमें अंतिम ओवर तक विजेता की तस्वीर नहीं उभरी थी। चेन्नई ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की लेकिन मैथ्यू हेडन (60) को छोड़कर उसका कोई भी बल्लेबाज टिककर नहीं खेल पाया और पूरी टीम 19.4 ओवर में 129 रन पर ढेर हो गई। कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ तूफानी पारी खेलकर फॉर्म में लौटने वाले टेलर ने इसके बाद बेंगलुरु को शुरुआती झटकों से उबारा। उन्होंने अंतिम ओवर में 46 रन पर आउट होने से पहले विराट कोहली (38) के साथ तीसरे विकेट के लिए 56 रन की साझेदारी की जिससे रॉयल चैलेंजर्स ने 19.4 ओवर में आठ विकेट पर 132 रन बनाकर जीत दर्ज की। बेंगलुरु की 12 मैच में यह छठी जीत हैं और उसके अब 12 अंक हो गए हैं जबकि 11 मैच में चौथी हार झेलने वाली चेन्नई के पहले की तरह 13 अंक हैं। मैच में दोनों टीमों की पारियों में कुछ समानताएँ रहीं। चेन्नई के बाद बेंगलुरु का भी शीर्ष क्रम लड़खड़ाया तो दोनों टीमों के बल्लेबाज अपनी पारी के किसी न किसी मोड़ पर बड़े शॉट खेलने के लिए जूझते रहे। चेन्नई ने अंतिम 14 ओवर में जहाँ केवल छह बार गेंद सीमा रेखा पार पहुँचाई, वहीं बेंगलुरु पावरप्ले के छह ओवर में मात्र चार चौके जड़ पाया और इस बीच उसने तीन विकेट गँवाए। बेंगलुरु ने भी अंतिम छह ओवर में पाँच विकेट गँवाए, जिससे मैच रोचक बन गया। उसे अंतिम दो ओवर में 17 रन चाहिए थे। प्रवीण कुमार (नाबाद 12) ने एल. बालाजी की गेंद पर छक्का जड़कर प्रति गेंद एक रन का हिसाब कर दिया।अंतिम ओवर में पाँच रन की दरकार थी और जैकब ओरम ने पहली गेंद पर टेलर को पैवेलियन भेज दिया, जिन्होंने 50 गेंद खेलीं तथा दो चौके और एक छक्का लगाया। आर. विनयकुमार ने हालाँकि चौका जड़कर टीम को लक्ष्य के पार पहुँचाया। मैच में तीन पारियों को छोड़ दिया जाए तो गेंदबाजों का ही कमाल देखने को मिला। अनिल कुंबले ने चार ओवर में 12 रन देकर दो विकेट लिए जबकि जैक कैलिस ने 18 रन के एवज में दो खिलाड़ी पैवेलियन भेजे। चेन्नई की तरफ से एल्बी मोर्कल ने अपने चार ओवर में केवल 13 रन दिए तथा कैलिस और रॉबिन उथप्पा के विकेट लिए। राहुल द्रविड़ (8) के जल्दी आउट होने के बाद 'मैन ऑफ द मैच' टेलर और कोहली ने टीम को संकट से उबारा। कोहली ने मुथैया मुरलीधरन और शादाब जकाती दोनों स्पिनरों की गेंदों पर छक्के जड़े लेकिन ओरम ने सीमा रेखा से दो-तीन इंच पहले उनका लाजवाब कैच लेकर चेन्नई की उम्मीदें जगा दीं। मार्क बाउचर भी आते ही मुरलीधरन के 'दूसरा' के शिकार बन गए जबकि रीलोफ वान डर मर्व अपनी गलती से रन आउट हो गए। बी. अखिल ने ओरम की गेंद हवा में खेलकर विकेट गँवाया। टेलर ने बालाजी पर छक्का जड़कर उम्मीद जगाई लेकिन अंतिम ओवर में उनके आउट होने से मैच रोचक हो गया।इससे पहले हेडन ने अपनी फॉर्म बरकरार रखी और 38 गेंद का सामना करके पाँच चौके और तीन छक्के लगाए। उनके अलावा महेंद्रसिंह धोनी (18 गेंद पर 20 रन) और सुरेश रैना (13) ही दोहरे अंक में पहुँचे। चेन्नई के बल्लेबाज पावरप्ले के बाद गेंद को सीमा रेखा पार भेजने के लिए तरसते रहे। कैलिस ने शॉर्ट पिच गेंदों पर मुरली विजय (5) और रैना को पैवेलियन भेजकर शीर्ष क्रम लड़खड़ा दिया जबकि बाकी बचे आठ विकेट उसने रणनीतिक ब्रेक के बाद गँवाए जिनमें से अंतिम छह विकेट 28 रन के अंदर गिरे। मोर्कल (9), एस. बद्रीनाथ (2) और जैकब ओरम (7) ने दबाव में अपने विकेट गँवाए। हेडन ने दूसरे ओवर में आर. विनयकुमार पर लगातार तीन चौके जड़कर अपने हाथ खोले और फिर प्रवीण कुमार पर चौका और मिड ऑन पर छक्का जड़ा। उन्होंने इसके बाद 11वें ओवर में रीलोफ वान डर मर्व पर मिड ऑन पर छक्का जमाया लेकिन इस गेंदबाज ने अगले ओवर में अपनी ही गेंद पर धोनी का कैच लेकर चेन्नई को करारा झटका दिया। इसके बाद बल्लेबाज आयाराम-गयाराम बन गए। हेडन ने वान डर मर्व की गेंद फिर छह रन के लिए भेजी लेकिन कुंबले की गेंद पर यही कारनामा करना उन्हें महँगा पड़ा और विनय कुमार ने सीमा रेखा पर बहुत अच्छे तरीके से संतुलन बनाकर इस ऑस्ट्रेलियाई का शॉट कैच में तब्दील कर दिया। मैच का ऑनलाइन स्कोर कार्ड