रूसी अधिकारियों ने खेलों में व्यापक डोपिंग को माना
मॉस्को। रूसी अधिकारियों ने देश के खेलों में व्यापक स्तर पर हो रही डोपिंग के आरोपों को पहली बार स्वीकार किया है, लेकिन इसमें सरकार या प्रशासन के शामिल होने से इंकार किया है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार रूसी अधिकारियों ने इस बात को स्वीकार किया है कि देश में बड़े पैमाने पर खेलों में एथलीट प्रतिबंधित दवाओं का सेवन कर रहे हैं। लेकिन उन्होंने राज्य द्वारा डोपिंग को प्रायोजित किए जाने के आरोपों से इंकार किया है।
विश्व डोपिंगरोधी एजेंसी (वाडा) की स्वतंत्र जांच रिपोर्ट का अंतिम भाग इसी महीने जारी किया गया था जिसमें रूस में बड़े पैमाने पर खिलाड़ियों के डोपिंग में शामिल होने और प्रशासन के इसमें मदद करने के लिए कई साक्ष्य पेश किए गए थे, लेकिन रूसी अधिकारी इस बात का सिरे से खंडन कर रहे हैं कि सरकार ने डोपिंग में खिलाड़ियों की मदद की है।
इस रिपोर्ट में 1000 से अधिक रूसी एथलीटों को 30 से अधिक खेलों में डोप का दोषी ठहराया गया है। इन एथलीटों पर पिछले पांच वर्षों में डोपिंग के आरोप लगे हैं। रूस की डोपिंगरोधी एजेंसी की महानिदेशक एना एंटसेलियोविच ने कहा, यह संस्थागत षड्यंत्र है लेकिन इसमें शीर्ष स्तर के अधिकारी शामिल नहीं हैं।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष अगस्त में हुए रियो ओलंपिक खेलों में 100 से अधिक रूसी एथलीटों पर बैन लगा दिया गया था। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने साथ ही रूसी एथलीटों के चयन के लिए भी अलग से मापदंड बनाने की बात कही।
देश में बनाए गए नए डोपिंग रोधी आयोग के प्रमुख विताली स्मिरनोव ने कहा, मेरे हिसाब से हमने खेल में कई गलतियां की हैं। हमें उन कारणों को देखना होगा कि युवा एथलीट क्यों डोपिंग कर रहे हैं। (वार्ता)