जनमानस में प्रचलित अपशकुन
* घर में मूषक (चूहा), पतंगा, पिपीलिका, मधुमक्खी, दीमक तथा सूक्ष्म कीटों का प्रकट होना अमंगल का सूचक है।* सोने-चांदी के गहनों, हीरे-मोती जड़े आभूषणों का खो जाना अशुभ होता है।* ढोल बजने पर वृक्षों जैसी सरसराहट की ध्वनि उत्पन्न होना अपशकुन होता है। * शैय्या, आसन तथा कुर्सी-मेज आदि का अपने आप टूट जाना अमंगल की सूचना देता है।* शरीर पर स्वर्ण तथा मणियुक्त आभूषण धारण करना अकाल मृत्यु से छुटकारा दिलाता है।* विषम तिथियों को किसी वस्तु का टूटना विशेष कर अशुभ माना गया है।* आभूषणों से अलंकृत नारी के दिन में दर्शन शुभ हैं, किंतु स्वप्न में दर्शन अमंगलकारी है।