नक्सली हिंसा छोड़ें, बातचीत करें-राजनाथ
बिलासपुर। केंद्र सरकार के दो वर्ष पूरे होने के मौके पर शनिवार को 'विकास पर्व' के तहत छत्तीसगढ़ के बिलासपुर पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथसिंह ने नक्सलियों से हिंसा का रास्ता छोड़कर बातचीत का रास्ता अपनाने की अपील की।
सिंह ने बिलासपुर जिला मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर सकरी में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि केंद्र सरकार उग्रवाद और नक्सलवाद के प्रति बहुत सख्त है, किसी भी बेगुनाह की हत्य बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने नक्सलियों से अपील की कि वे हिंसा छोड़कर बातचीत का रास्ता अपनाएं।
उन्होंने कहा कि जब से केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार आई है, देश की सीमा भी सुरक्षित हुई है, घुसपैठ में 50 फीसदी कमी आई है। उन्होंने जोर देते हुए बताया कि जवानों को कहा गया है कि वे सफेद कपड़ा नहीं लहराएं, पर अपनी ओर से गोली भी नहीं चलाएं।
छत्तीसगढ़ में पिछले दिनों कांग्रेस से टूटकर अजीत जोगी द्वारा नई पार्टी बनाने पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि पिछली बार जब वे चुनाव में आए थे, तो लगता था कि कांग्रेस भाजपा की टक्कर की पार्टी है, पर इस बार जब आए हैं, तो लग रहा है कि जोगी ने कांग्रेस के जहाज में छेद कर दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र की तरह यहां भी कांग्रेस का जहाज डूबना तय है।
सिंह ने केंद्र सरकार की उपलब्धियां बताते हुए कहा कि दो वर्षों में सभी क्षेत्रों में विकास हुआ है, हम जनता से नजरें मिलाकर काम कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस नहीं मिला सकती थी। उन्होंने कहा कि वे भ्रष्टाचार के सभी जगहों से खत्म होने का दावा नहीं कर सकते, पर ये कह सकते हैं कि केंद्र सरकार पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा सकता। हमारा मानना है कि गंगोत्री पवित्र होगी तो गंगा पवित्र हो जाएगी। कार्यक्रम में रक्षा राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह और मुख्यमंत्री डॉ. रमनसिंह भी मौजूद थे। (वार्ता)