वित्तीय समर्थन जारी रखने पर सहमति
जी-20 के वित्त मंत्रियों ने वैश्विक अर्थव्यवस्था के पूरी तरह पटरी पर लौटने तक प्रोत्साहन पैकेजों को जारी रखने पर सहमति जताई है। इसके साथ ही जी-20 ने अगले महीने होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में ‘महत्वाकांक्षी नतीजे’ के लिए काम करने की प्रतिबद्धता जताई है।स्कॉटलैंड के सेंट एंड्रूज में दो दिन के सम्मेलन के बाद रविवार को जारी वक्तव्य में जी-20 के मंत्रियों ने कहा कि अभी सुधार पूरी तरह नहीं हो पा रहा है। यह नीतिगत सहयोग पर टिका है। बेरोजगारी की उँची दर चिंता की बात है।वित्त मंत्रियों ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था तथा वित्तीय प्रणाली की सेहत में सुधार को पूरी तरह सुनिश्चित करने के लिए हम प्रोत्साहनों को जारी रखने पर सहमत हैं।वक्तव्य में कहा गया है कि दिसंबर में कोपनहेगन में होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में वे महत्वाकांक्षी नतीजा चाहते हैं। हालांकि, जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए वित्त के बारे में कोई सहमति नहीं बन पाई है।वक्तव्य में कहा गया है कि हम कोपनहेगन में महत्वाकांक्षी परिणाम के लिए कार्रवाई करने को प्रतिबद्ध हैं। हालाँकि, वित्तीय विकल्पों पर कोई सहमति नहीं बन पाई है। न ही यह बात तय हो पाई है कि विभिन्न देश कितना वित्तीय योगदान करेंगे।ब्रिटेन के वित्तमंत्री एलिस्टर डार्लिंग ने इस बात को स्वीकार किया कि सुधार के संकेतों के बावजूद हम पूरी तरह उबर नहीं पाए हैं। उन्होंने कहा कि हालाँकि पैकेजों को वापस लेने की रणनीति पर काम हुआ है, लेकिन कोई इस बात को मानने को तैयार नहीं है कि काम पूरा हो चुका है।अमेरिका के ट्रेजरी सचिव टिम गाइथनर ने कहा कि वित्तीय आग थम चुकी है और वैश्विक अर्थव्यवस्था के अगले साल तीन प्रतिशत की दर से विकास करने की उम्मीद है।