योगी- केजरीवाल के बीच सियासी घमासान, ट्वीट में चला, ‘सुनो केजरीवाल’ और ‘सुनो योगी’
यूपी के मुख्यमंत्री योगी और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के बीच सियासी घमासान मचा हुआ है। ट्विटर पर शुरू हुई ये बयानबाजी राजनीति गलियारों में भी आ गई है। कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश और दिल्ली सियायी तौर पर आमने सामने आ गए हैं।
दअरसल, जैसे जैसे उत्तर प्रदेश में चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है सियासी पारा भी चढ़ते जा रहा है!
सोमवार की रात यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा। वहीं, केजरीवाल भी कहां चुप बैठने वाले थे।
सीएम योगी ने,
सुनो केजरीवाल कहा तो दूसरी ओर से दिल्ली के सीएम ने भी
सुनो योगी करके ट्वीट किया।
दरअसल सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब को लेकर केजरीवाल के बयान की निंदा की।
सीएम योगी ने ट्वीट करते हुए कहा 'अरविंद केजरीवाल का आदरणीय प्रधानमंत्री जी के बारे में आज का बयान घोर निंदनीय है। अरविंद केजरीवाल को पूरे राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए। गोस्वामी तुलसीदास जी ने उनके जैसे लोगों के बारे में ही कहा है कि...
झूठइ लेना, झूठइ देना। झूठइ भोजन, झूठ चबेना'
सुनो केजरीवाल, जब पूरी मानवता कोरोना की पीड़ा से कराह रही थी, उस समय आपने यूपी के कामगारों को दिल्ली छोड़ने पर विवश किया।
छोटे बच्चों व महिलाओं तक को आधी रात में यूपी की सीमा पर असहाय छोड़ने जैसा अलोकतांत्रिक व अमानवीय कार्य आपकी सरकार ने किया। आपको मानवताद्रोही कहें या...
इस ट्वीट के बाद सीएम योगी ने एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा 'सुनो केजरीवाल, जब पूरी मानवता कोरोना की पीड़ा से कराह रही थी, उस समय आपने यूपी के कामगारों को दिल्ली छोड़ने पर विवश किया। छोटे बच्चों व महिलाओं तक को आधी रात में यूपी की सीमा पर असहाय छोड़ने जैसा अलोकतांत्रिक व अमानवीय कार्य आपकी सरकार ने किया। आपको मानवताद्रोही कहें या...।'
केजरीवाल को झूठ बोलने में महारथ हासिल है। जब पूरा देश आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से जूझ रहा था तब केजरीवाल ने प्रवासी मजदूरों को दिल्ली से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
तीसरे ट्वीट में सीएम योगी ने कहा 'बिजली-पानी का कनेक्शन काटा व सोते हुए लोगों को उठा-उठा कर बसों से यूपी बॉर्डर पर भेजा गया। अनाउंसमेंट कर कहा गया कि आनंद विहार के लिए बसें जा रही हैं, उससे आगे यूपी-बिहार के लिए बसें मिलेंगी। यूपी सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए बसों का इंतजाम किया और उन्हें सुरक्षित वापस लाई। केजरीवाल को झूठ बोलने में महारथ हासिल है। जब पूरा देश आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से जूझ रहा था तब केजरीवाल ने प्रवासी मजदूरों को दिल्ली से बाहर का रास्ता दिखा दिया।'
केजरीवाल का पलटवारसुनो योगी,
आप तो रहने ही दो। जिस तरह UP के लोगों की लाशें नदी में बह रहीं थीं और आप करोड़ों रुपए खर्च करके Times मैगज़ीन में अपनी झूठी वाह वाही के विज्ञापन दे रहे थे। आप जैसा निर्दयी और क्रूर शासक मैंने नहीं देखा।