राजीव शुक्ला ने सुषमा स्वराज के बयान पर जताई आपत्ति
नई दिल्ली। राज्यसभा में शुक्रवार को कांग्रेस के राजीव शुक्ला ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा उन्हें चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) का समर्थक बताए जाने पर आपत्ति जताई और कहा कि उन्होंने कभी भी ऐसी वकालत नहीं की थी।
राजीव शुक्ला ने शून्यकाल में व्यवस्था के प्रश्न के तहत यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गुरुवार को एक चर्चा के जवाब में उनका जिक्र किया था और सीपीईसी को लेकर उनकी आलोचना की थी।
शुक्ला ने कहा कि गुरुवार को उन्होंने अपने भाषण में कभी भी सीपीईसी का जिक्र नहीं किया था। उपसभापति पीजे कुरियन ने कहा कि वे रिकॉर्ड देखेंगे और जरूरी कदम उठाएंगे।
शून्यकाल में ही सपा सदस्य नरेश अग्रवाल ने एक हिन्दी दैनिक में प्रकाशित एक आलेख पर अपने विशेषाधिकार हनन नोटिस का मुद्दा उठाया। अग्रवाल के अनुसार उस आलेख में राज्यसभा की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया गया है। इस पर कुरियन ने कहा कि उनका नोटिस सभापति को मिल गया है।
शून्यकाल में ही कांग्रेस की छाया वर्मा ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में एक मंत्री ने वनभूमि की जमीन ले ली है। उन्होंने इस मामले की सीबीआई से जांच कराए जाने की मांग की। हालांकि संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि राज्य का मुद्दा यहां नहीं उठाया जा सकता। (भाषा)