दिल्ली में घर-घर राशन योजना पर घमासान, भाजपा का केजरीवाल पर पलटवार
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर घर-घर राशन योजना को रोकने का रविवार को आरोप लगाया। उन्होंने सवाल किया कि घर घर पिज्जा पहुंच सकता है तो राशन क्यों नहीं? इस पर भाजपा नेता संबित पात्रा ने भी केजरीवाल पर पलटवार किया।
भाजपा नेता ने कहा कि वन नेशन-वन राशन कार्ड का प्रावधान केंद्र सरकार ने किया था। लेकिन दिल्ली की सरकार ने इस विषय पर आगे बढ़ने से मना कर दिया, जिस कारण हजारों मजदूर आज राशन लेने से वंचित रह गए हैं।
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी इसके अतिरिक्त भी राशन बांटना चाहते हैं, तो इसके लिए वो राशन खरीद सकते हैं। जो नोटिफाइड रेट हैं, उस पर राशन खरीदा जा सकता है। इस पर किसी प्रकार की आपत्ति केंद्र सरकार को या किसी को नहीं होगी।
पात्रा ने कहा कि नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के अंतर्गत गेहूं पर अरविदं केजरीवाल जी मात्र 2 रुपए प्रति किलो देते हैं और केंद्र सरकार 23.7 रुपए प्रति किलो देती है। चावल पर केजरीवाल जी मात्र 3 रुपये प्रति किलो देते हैं और केंद्र सरकार 33.79 रुपए प्रति किलो देते हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्य योजना के तहत मई और 5 जून तक दिल्ली को तय कोटे से अधिक 72,782 मीट्रिक टन अनाज भेजा गया है। दिल्ली अभी तक करीब 53,000 मीट्रिक टन अनाज ही अभी तक उठा पाई है और इसका मात्र 68 प्रतिशत ही वो जनता को बांट पाए हैं।
पात्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी के काम करने के तरीका का A,B,C,D हम आपको बताते हैं। A-Advertisement, B-Blame, C-
Credit, D-Drama, E-Excuse, F-Failure. उन्होंने केजरीवाल से इस ड्रामे को बंद करने की अपील की।