राहुल गांधी ने एसपीजी गाड़ियों को बताया खटारा
नई दिल्ली। गुजरात दौरे के दौरान पथराव का शिकार हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस हमले के पीछे भाजपा और आरएसएस का हाथ बताया था। भाजपा का इस पर कहना है कि राहुल ने जानबूझकर बुलेटप्रूफ गाड़ी नहीं ली। राहुल के ऑफिस की ओर से अप्रैल 2016 में स्पेशल प्रॉटेक्शन ग्रुप (SPG) की बख्तरबंद टाटा सफारी गाड़ियों की शिकायत की गई थी। इस शिकायत में कहा गया था कि एसपीजी राहुल के काफिले में जिन गाड़ियों का इस्तेमाल करती है वे घटिया क्वालिटी की हैं। इन गाड़ियों में दम घुटता है और ये सेहत के लिए खतरनाक हैं।
शिकायत में कहा गया कि इन गाड़ियों में यात्रियों के बैठने वाले कंपार्टमेंट में वेंटिलेशन की कमी है। इसके अलावा गाड़ी के सेंटर ऑफ ग्रैविटी में खामी है और सीट लेआउट भी गड़बड़ है। गाड़ी की खिड़की कुछ ही सेंटीमीटर खुलती है, जिसकी वजह से इसके अंदर बैठे शख्स के लोगों से मिलने और उनका अभिवादन करने में दिक्कत होती है। इस गाड़ी पर लगा कवच भी फिजूल का खर्च जैसा नजर आता है।
राहुल के स्टाफ ने कहा कि इस संबंधी एसपीजी प्रमुख विवेक श्रीवास्तव को पत्र लिखा। राहुल ने भी एसपीजी के कई सीनियर अधिकारियों का ध्यान इस ओर दिलाते रहे हैं। शिकायत में कहा गया कि इन गाड़ियों में लंबे समय तक सफर कर पाना मुश्किल है इससे सीधा असर सेहत पर पड़ता है।
गृह मंत्रालय ने आरोपों से किया इंकार : गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बख्तरबंद टाटा सफारी पर राहुल की आपत्तियों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि इन गाड़ियों का इस्तेमाल अकेले राहुल गांधी ही नहीं गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली समेत कई वीआईपी करते हैं।