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एलओसी पर 'रहस्यमयी' गोलीबारी से सेना परेशान

एलओसी पर 'रहस्यमयी' गोलीबारी से सेना परेशान - LoC, Pakistani army, firing
श्रीनगर। पाकिस्तान से सटी नियंत्रण रेखा अर्थात एलओसी पर जारी सीजफायर के बीच होने वाली रहस्यमयी गोलीबारी की घटनाओं से सेना परेशान हो उठी है। उसकी परेशानी ताजा घटनाओं में उसके पांच जवानों की हुई मौत है और उसकी हालत यह है कि वह इसके लिए किसी को दोषी ठहराने की स्थिति में इसलिए नहीं है क्योंकि अगर ऐसा करती है तो सीजफायर दांव पर लग जाता है। वैसे भी सेना के बकौल, एलओसी पर सीजफायर को अब जारी रख पाना संभव नहीं रहा है।
दो दिन पहले भी पुंछ से सटी एलओसी पर जुलास सीमा चौकी पर एक जवान की रहस्यमय गोलीबारी में मौत हो गई। सेना प्रवक्ता के मुताबिक, इस चौकी पर तैनात सीमा पार से आई गोली से एक जवान शहीद हो गया, जबकि पिछले 10 दिनों में 5 जवान ऐसी रहस्यमयी गोलीबारी से शहीद हुए हैं।
 
यह कोई पहला मौका नहीं है जबकि एलओसी पर रहस्यमयी गोलीबारी से किसी जवान की मौत हुई हो। पिछले 13 सालों से जारी सीजफायर की अवधि में 60वीं घटना है और 60 के करीब जवान शहीद हो चुके हैं। इससे पहले दो बार मेंढर के बालाकोट और दो बार पुंछ के ही चक्कां दा बाग क्षेत्र में सीमा चौकियों पर रहस्यमयी गोलीबारी की घटनाएं हो चुकी हैं।
 
सूत्रों के मुताबिक, इन रहस्यमयी गोलीबारी की घटनाओं के पीछे पाकिस्तानी सेना के वे निशानेबाज हैं जो स्नाइपर राइफलों से भारतीय जवानों को निशाना बना रहे हैं। कई बार फ्लैग मीटिंगों में भारतीय पक्ष द्वारा इस पर आपत्ति जताई जा चुकी है, लेकिन हर बार पाक सेना ऐसी किसी गोलीबारी की घटना से इंकार कर चुकी है।
 
नतीजतन रहस्यमयी गोलीबारी, जिसके पीछे भारतीय पक्ष के मुताबिक, पक्के तौर पर पाकिस्तानी सेना और उसके वे आतंकी पिट्‍ठू हैं, जो सीमा के उस पार पाक सीमा चौकियों पर शरण लिए हुए हैं, से सेना परेशान हो उठी है। उसकी परेशानी का कारण, गोली का जवाब वह गोली से नहीं दे सकती क्योंकि ऐसा करने पर सीजफायर का उल्लंघन होगा और पाक सेना फिर उसका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लाभ उठा सकती है।
 
ऐसी दशा में सेना के पास ऐसी रहस्यमयी गोलीबारी की घटनाओं और घुसपैठ के बढ़ते दबाव से निपटने का एक ही रास्ता बचा है और वह यह है कि एलओसी पर जारी सीजफायर समाप्त हो जाए। एक सेनाधिकारी के बकौल सीजफायर ने पाक सेना को अपनी पोजीशनें मजबूत करने और घुसपैठ को कारगार ढंग से अंजाम देने का मौका दिया है।
 
यह सच है, पाक सेना ने एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अपनी पोजीशनों को जिस प्रकार मजबूर कर लिया है वह भारतीय सेना के लिए चिंता का विषय बन गया है। ठीक इसी प्रकार पाक सेना द्वारा धड़ल्ले से आतंकवादियों को इस ओर धकेलने की कोशिशों पर पानी फेरने में भारतीय सेना नाकाम इसलिए हो रही है क्योंकि वे खुलकर आतंकवादियों पर गोलियां या गोले भी इसलिए नहीं बरसा पाती है क्योंकि उन्हें डर लगा रहता है कि कोई गोला-गोली भटककर उस पार न चला जाए।
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