Ban on fire crackers: इन 6 देशों में पटाखों पर है ‘प्रतिबंध’, आवाज सुनकर धमक पड़ती है पुलिस
दीवाली की सबसे बड़ी पहचान है आतिशबाजी। पटाखों की आवाज से पता चलता है कि दीवाली आ गई। हालांकि भारत में हर साल दीवाली के मौके पर पटाखों पर बैन लगाने की मांग उठती रहती है।
भारत में भले ही अभी तक आतिशबाजी पर कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन दुनिया में कई ऐसे देश हैं, जहां पहले से पटाखों पर बैन है। जानते हैं कौन से हैं वो देश।
नेपाल
नेपाल में पटाखों पर पहले से बैन लगा हुआ है। यहां इसे लेकर कड़े नियम बनाए गए हैं। अगर कोई पटाखे जलाते पकड़ा जाता है तो उसे कड़ी सजा दी जाती है। नेपाल में 2006 से ही पटाखों पर बैन है।
पाकिस्तान
पाकिस्तान के कई जगह पटाखों पर बैन है। यहां एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत पटाखे बेचने की मनाही है। हालांकि यहां चोरी छिपे आतिशबाजी होती है।
ब्रिटेन
ब्रिटेन में भी पटाखों पर बैन है। हालांकि, ऐसा यहां रात से 11 बजे से सुबह के 7 बजे तक है। यहां आप गलियों में या पब्लिक प्लेस पर पटाखे नहीं फोड़ सकते हैं। ऐसा करने पर 10 हजार रुपए तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया की राजधानी सिडनी में कुछ संस्थानों के अलावा किसी को पूरे देश में पटाखे फोड़ने की मनाही है। साथ ही पटाखे फोड़ने से पहले आपको अनुमति लेनी पड़ेगी।
चीन
चीन में ही पटाखे का आविष्कार किया गया था। लेकिन 1990 में कई शहरी इलाकों में इस पर प्रतिबन्ध लगा दिया। अब सिर्फ न्यू ईयर के समय कुछ लाइसेंस प्राप्त संस्था ही पटाखे फोड़ती है।
सिंगापुर
सिंगापुर में 1970 मार्च में हुई एक दुर्घटना के बाद आतिशबाजी पर बैन लगा दिया गया था। इसके दो साल बाद अगस्त 1972 में यहां पटाखों पर पूरी तरह बैन लगा दिया गया।