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Written By WD

बैलून मानव

Balloon Man | बैलून मानव
पूनम कुमारी

उस दिन गरमी बहुत थी। रात के ग्यारह बजे थे। लाइट नहीं थी। सन्नी और हनी अपने कमरे में खिड़की के पास बैठे बातें कर रहे थे।
'धड़ाम,' तभी खिड़की के सामने जोरदार धमाका हुआ। दोनों चौंक गए। धमाके की रोशनी से दोनों की आँखें चौंधिया गईं। जब धुंध हटा तो दोनों ने देखा खिड़की के सामने ही बैलून जैसा कोई यान खड़ा था। धीरे-धीरे बैलून का आकार बढ़ता ही जा रहा था।
यह क्या चीज है, कहते हुए हनी खिड़की के पास आ गया। पीछे-पीछे हैप्पी भी था।
मुझे तो यह किसी एलियंस का यान लगता है।
तभी उस बैलून से घर्रघर्र की आवाज आने लगी। उस बैलून का दरवाजा खुला और करीब 4-5 अजीब से जंतु बाहर निकलकर हवा में तैरने लगे। सबकी नावें बैलून जैसी थीं। सिर और हाथ पैर भी बैलून जैसे ही थे। वे अजीबअजीब सी आवाजें निकाल रहे थे।
यह क्या कह रहे हैं। सन्नी फुसफुसाया।
पता नहीं पर इनके इरादे ठीक नहीं लग रहे।' हनी बोला।
अभी सन्नी और हनी बैलून के अंदर पहुँचे। अंदर एक पूरी प्रयोगशाला बनी थी। 2-3 कंप्यूटर लगे थे। कई रंग की बत्तियाँ जल-बुझ रही थीं।
दोनों समझ नहीं पा रहे थे कि क्या करें। तभी हनी को कंप्यूटर के पास कुछ ईयरफोन्स नजर आए।
इससे गाने सुनने में बहुत मजा आएगा।'
कहकर हनी ने एक ईयरफोन अपने कान से लगा लिया। ईयरफोन से कुछ आवाजें आ रही थीं।
तो अब हमें क्या करना चाहिए।' एक आवाज आई।
दूसरी आवाज थी, हमें सबसे पहले यहाँ की हवा को कम करना है, ताकि यहाँ कोई भी ठीक से साँस न ले सके।'
'लेकिन इससे तो यहाँ के जीवजंतु मर जाएँगे। यहाँ की जिंदगी ही खाक हो जाएगी।' पहली आवाज थी।
दूसरे ने कहा, 'हम यही तो चाहते हैं। जब तक यहाँ के सभी प्राणी खत्म नहीं हो जाएँगे। हम यहाँ अपनी प्रयोगशाला नहीं बना सकते।'
फिर एक सरसराहट के साथ आवाज आनी बंद हो गई।
इसका मतलब यह लोग हमारे शहर में कुछ गड़बड़ी करना चाहते हैं।' ईयरफोन से सुनी हुई सारी बात बताकर हनी ने सनी से कहा, हमें इसका पता लगाना होगा।'
फिर दोनों अपने बेड पर आ गए। हनी ने अभी भी ईयरफोन अपने कान से लगा रखा था। थोड़ी देर में उन्हें नींद आ गई। दोनों सो गए।
सुबह जब नींद खुली तो दोनों हैरान थे, क्योंकि खिड़की के सामने बैलून यान की जगह कुछ भी नजर नहीं आ रहा था। हालाँकि ईयरफोन अभी भी हनी के कान से लगा था। दोनों यान वाली जगह पर आ गए। पर वहाँ कुछ भी नहीं था। दोनों एक दूसरे को देखने लगे।
कल रात बेशक वे चले गए हों लेकिन वे आएँगे जरूर।' सन्नी बोला।
अच्छा ऐसा क्यों, हनी ने उत्सुकता जाहिर की।
क्योंकि वे लोग जिस मकसद से यहाँ आए थे वह एक रात में पूरा होने वाला नहीं है।
सन्नी मुस्कुराते हुए बोला, 'और फिर तुमने तो उनका ईयरफोन भी चुरा लिया है। इसलिए आज रात तो इंतजार करना ही पड़ेगा।'
रात होते ही दोनों कमरे की बत्ती बंद कर दोनों खिड़की के पास आकर बैठ गए। जैसे ही 11 बजा जोरों का धमाका हुआ। बैलून यान उतरा और बैलून मानव बाहर निकलकर हवा में तैरते हुए गायब हो गए।
हनी और सन्नी भागते हुए बाहर आए और उनकी प्रयोगशाला में घुस गए। प्रयोगशाला में कई तरह के सूट्‍स पड़े थे। दोनों ने एक सूट पहना और एक कंप्यूटर के सामने बैठ गए। एक बटन दबाया तो स्क्रीन पर कई बैलून मानव दिखाई देने लगे।
हैलो, उधर से आवाज आई, अपना कोड नंबर बताओ।
कोड नंबर? सन्नी घबरा गया।
लेकिन मेरा कोड नंबर लेकर तुम क्या करोगे? हनी ने पूछा।
अचानक उधर से आवाज आनी बंद हो गई। अभी सन्नी और हनी कुछ समझ पाते तभी बैलून मानव वापस आ गए। प्रयोगशाला के अंदर आते ही वे लैपटॉप पर कुछ करने लगे।
'अब क्या होगा।' हनी फुसफुसाया।

'कुछ नहीं होगा क्योंकि हमने जो सूट पहन रखा है, वे अदृश्य कर देने वाले हैं।' सन्नी बोला, लेकिन उनके लैपटॉप पर देखो उन्होंने अपने ग्रह से एक मिसाइल पृथ्वी की ओर मोड़ रखा है।'
तभी उनके ईयरफोन में एक बैलून की आवाज आई, 'एक्स, मुझे लगता है हमारे इर्दगिर्द कोई है। लेकिन
मैंने मिसाइल में टारगेट फिट कर दिया है। एक बटन दबाते ही पृथ्वी की सारी हवा हमारे मिसाल में सिमट जाएगी और पृथ्‍वी के सारे जीवजंतु मारे जाएँगे। हा.. हा.. हा
तुमने कुछ सुना सन्नी, हनी फुसफुसाया, 'अब हमें कुछ करना पड़ेगा।
तभी सन्नी की नजर एक लाल बटन पर पड़ी। उसने हनी को कुछ इशारा किया। हनी ने वह लाल बटन दबा दिया। मैसेज आया, क्या इस प्रयोगशाला को खत्म करना है।
सन्नी ने 'यस' का बटन दबा दिया।
कितने समय के बाद, दोबारा मैसेज आया।
दोनों ने एक दूसरे की ओर देखा और 10 मिनट सेट करके ओके कर दिया। फिर दोनों बाहर निकल आए।
दोनों अभी अपने कमरे में पहुँचे थे कि बैलून यान में जोरदार धमाका हुआ। प्रयोगशाला के परखच्चे उड़ गए थे।
सारे बैलून मानव इधरउधर छिटके पड़े थे।
धीरे-धीरे वे मोम की तरह पिघल रहे थे। सन्नी और हनी भागकर एक बैलून मानव के पास गए।
सन्नी ने पूछा, तुम लोग कौन हो? कहाँ से आए हो?'
एक बैलून मानव ने बताया, हम दूसरे ग्रह के प्राणी हैं। हम पूरी पृथ्वी की हवा को समाप्त कर पृथ्वी के प्राणियों को मार डालना चाहते थे, ताकि यहाँ अपने ग्रह के प्राणियों को ला सकें। इसके लिए हम लोगों ने सबसे पहले तुम्हारे शहर को चुना। यहीं अपने यान से संचालित करके एक मिसाइल भी तुम्हारी पृथ्वी पर छोड़ने वाला था। लेकिन तुम दोनों ने कहते-कहते उस बैलून मानव का शरीर भी मोम की तरह पिघल गया।
'हा..हा.. हमने पूरी पृथ्वी को तबाह होने से बचा लिया,' हनी जोर से ठहाका लगाकर हँसने लगा।
तभी मम्मी-पापा कमरे में आए।
मम्मी ने हनी को हिलाते हुए कहा, अरे हनी बेटा, नींद में ठहाके क्यों लगा रहे हो। उठो, सुबह हो गई। तुम तो हर समय सपना ही देखते रहते हो।'
हनी आँखें मलता हुआ खिड़की के पास गया। पर सामने कुछ भी नहीं था।
इसका मतलब मैंने फिर से कोई सपना देखा है।' बड़बड़ाता हुआ हनी बाथरूम में घुस गया।