आज होगी मेधा पाटकर की पेशी
धार। नर्मदा बचाओ आंदोलन (एनबीए) की नेता मेधा पाटकर की मध्यप्रदेश के धार जिले के कुक्षी के न्यायालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होने वाली पेशी शुक्रवार को तकनीकी खामियों की वजह से टल गई। अब यह पेशी आज होगी।
जज जय सिंहपूरे के न्यायालय में चार प्रकरणों में उनकी जमानत याचिका लगाई गई थी। कल धार जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुश्री पाटकर की पेशी होनी थी, लेकिन कनेक्टिविटी नहीं होने से पेशी नहीं हो पाई। अब यह पेशी आज होगी।
पेशी के चलते ग्रामीण क्षेत्र से एनबीए समर्थक और कांग्रेस के कार्यकर्ता न्यायालय के आसपास एकत्रित हो गए थे। प्रशासन भी इसे लेकर सतर्क था। न्यायालय के आसपास पुलिस बल बेरिकेड्स लगाकर तैनात रहा। इधर, धार में अनुविभागीय दंडाधिकारी (एसडीएम) की कोर्ट में चल रहे मामले में आज पुलिस की ओर से कोई पेश नहीं हुआ।
पुलिस के वकील ने कहा कि वे कल इस मामले में प्रति परीक्षण करेंगे। सुश्री पाटकर के वकीलों ने पेश नहीं होने वाले पुलिसकर्मियों को आज अदालत में बुलाने की मांग की और कहा कि इस मामले की दिन-प्रतिदिन के आधार पर सुनवाई हो। अब कोर्ट आज इस मामले की सुनवाई करेगा। कल इस मामले में सुश्री पाटकर के वकीलों ने उनकी गिरफ्तारी के दौरान मौजूद पुलिसकर्मियों के बयान और अन्य साक्ष्यों का प्रतिपरीक्षण करने की आग्रह किया था।
सुश्री पाटकर सरदार सरोवर बांध के डूब क्षेत्र के प्रभावितों की मांग को लेकर मध्यप्रदेश के धार जिले की कुक्षी तहसील के चिखल्दा गांव में 12 दिन तक अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठी थीं। इस बीच उन्हें अस्वस्थ होने पर चार दिन पूर्व इंदौर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था।
दो दिन पहले स्वस्थ होने पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। इसके बाद वे फिर धार जा रही थीं। इसी दौरान रास्ते में राऊ-पीथमपुर मार्ग पर स्थित टोल प्लाजा के समीप पुलिस की टीम ने उनको गिरफ्तार कर लिया था। उन्हें बांड नहीं भरने पर धार की जिला जेल भेज दिया गया था।
धार एसडीएम न्यायालय ने कल बांड भरकर सुश्री पाटकर से डूब क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने का लिखित वादा चाहा था। इस शर्त के बाद उनके अधिवक्ताओं ने बांड भरने से इनकार कर दिया था। इसके कारण उनकी जमानत नहीं हो पाई थी। (वार्ता)