एक ट्वीट पर इंदौर के NRI की मुख्यमंत्री कमलनाथ ने की मदद, पुलिस से नहीं मिल रहा था न्याय
इंदौर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के दखल के इंदौर के एक एनआईआर की पुलिस ने मदद की है। इंदौर के साकेत नगर के रहने वाले मनोज वर्गीज NRI हैं और जिनका साकेत नगर में एक मकान है।
वेबदुनिया से बातचीत में मनोज वर्गीज ने बताया कि वे पिछले 27 साल से दुबई में रहते हैं। साल 2008 से 2014 तक के लिए उन्होंने शिवराज सिंह लिंबड़ी नाम के शख्स को अपना मकान किराए पर दिया था और इसके बाद साल 2014 में मकान खाली करा लिया था।
इसके बाद जब वे विदेश में थे तो शिवराज सिंह उनके मकान में घुसकर उस पर अवैध रूप से कब्जा जमा लिया। विदेश से वापस लौटने पर जब उनको इस बात की जानकारी लगी तो उन्होंने जब शिवराज से प्रॉपर्टी खाली करने को कहा तो उसने अपने गुंडों से उनको धमकाया।
इसके साथ ही उसने सरकार के मंत्री प्रियवतसिंह का हवाला देकर उस पर अपना रौब झाड़ा। इसकी शिकायत जब उन्होंने पुलिस से की तो वहां से भी उनको मदद नहीं मिली।
पुलिस ने उनका आवेदन तो ले लिया लेकिन मदद न करके केवल थाने का चक्कर लगवाती रही। इसके बाद थक-हारकर उन्होंने न्याय की गुहार लगाकर मुख्यमंत्री कमलनाथ से मदद को लेकर ट्वीट किया।
इसके बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर इंदौर पुलिस सक्रिय हुई और अब जाकर उनको मदद मिल सकी है। मनोज के मुताबिक पुलिस के सामने हुए समझौते में शिवराज ने 15 दिन के बाद मकान खाली करने का भरोसा देकर एक समझौता किया है। वेबदुनिया से बातचीत में मनोज ने ट्वीट पर मदद के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ का धन्यवाद भी किया है।