INDvsAUS: रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत को मिली पहली टेस्ट हार
इंदौर:यह पहली बार हुआ है जब कप्तान रोहित शर्मा की कप्तानी में पहली बार भारत टेस्ट मैच हारा। गौरतलब है कि कप्तान रोहित शर्मा को साल 2022 की शुरुआत में टेस्ट कप्तान घोषित किया था। तबसे भारत उनकी कप्तानी में 1 भी मैच नहीं हारी थी। श्रीलंका को भारत ने घरेलू जमीन पर 2-0 से हराया था। इसके बाद इंग्लैंड में हुए एकमात्र टेस्ट की कप्तानी गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने की थी। बांग्लादेश से मिली 2 टेस्ट मैचों में कप्तानी केएल राहुल ने संभाली थी।
यह 10 सालों में भारत की घरेलू जमीन पर तीसरी हार है।इससे पहले रोहित शर्मा ने 4 मैचों में कप्तानी की थी और पांचो में भारत को जीत मिली थी। दिलचस्प बात यह है कि रोहित शर्मा की कप्तानी में टेस्ट मैच के नतीजे 3 दिनों में ही आ रहे हैं।
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट में नौ विकेट की शिकस्त को एक असामान्य मैच करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि उनकी टीम ने जज्बा और संघर्ष करने की क्षमता का प्रदर्शन नहीं किया।
श्रृंखला में 0-2 से पिछड़ने और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को गंवाने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने यहां के होल्कर स्टेडियम में स्पिनरों की मददगार पिच पर यादगार जीत दर्ज करने के साथ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली।
रोहित ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा, जब आप चुनौतीपूर्ण पिचों पर खेल रहे होते हैं तो एक ही जगह पर गेंदबाजी कर आप दबाव बना सकते है। हमने उनके गेंदबाजों को एक जगह गेंदबाजी करने दी। उनके गेंदबाजों को भी श्रेय मिलना चाहिये, खासकर नाथन लियोन को। हमें कोशिश करनी थी और जज्बा दिखाना था लेकिन मुझे लगता है कि हम ऐसा नहीं कर सके।
लियोन ने दूसरी पारी में 64 रन देकर आठ विकेट चटकाये और ऑस्ट्रेलिया के लिए जीत का मार्ग प्रशस्त किया।
रोहित ने कहा, आपको एक असामान्य नतीजे वाला मैच मिल सकता है जहां चीजें आपके मुताबिक नहीं होती है। लेकिन फिर भी आपको खिलाड़ियों को एकजुट कर हौसला बढ़ाने की जरूरत होती है।
उन्होंने कहा, हम चाहते थे कि कुछ खिलाड़ी क्रीज पर समय बिताये, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हम थोड़े पीछे रह गये और हमने खुद को उस तरह से लागू नहीं किया, जैसा हम चाहते थे।
रोहित ने अहमदाबाद में चौथे टेस्ट के बारे में सोचना शुरू नहीं किया है।उन्होंने कहा, ईमानदारी से कहूं तो हमने अभी तक इसके बारे में (अहमदाबाद टेस्ट) नहीं सोचा है। हमने अभी इस टेस्ट को समाप्त किया है इसलिए हमें फिर से एकजुट होने और प्रयास करने की आवश्यकता है। हमें यह समझने की जरूरत है कि एक टीम के रूप में सुधार करना होगा।