गुरुवार, 25 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. क्रिकेट
  3. समाचार
  4. ICC, International Cricket Council, ECB, Male Test, Cricket, Match
Written By
Last Modified: सोमवार, 30 जुलाई 2018 (17:22 IST)

आईसीसी ने 1,000वें टेस्ट पर इंग्लैंड को बधाई दी

आईसीसी ने 1,000वें टेस्ट पर इंग्लैंड को बधाई दी - ICC, International Cricket Council, ECB, Male Test, Cricket, Match
दुबई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को बधाई दी है जिसकी पुरुष टीम बुधवार से एजबस्टन में भारत के खिलाफ 1,000वां टेस्ट खेलने की तैयारी कर रही है।
 
 
इंग्लैंड ने अब तक जो 999 पुरुष टेस्ट खेले हैं उनमें से 357 मैचों में जीत दर्ज की है जबकि 297 में उसे हार का सामना करना पड़ा। इस दौरान 345 मैच ड्रॉ रहे। टीम ने अपना पहला टेस्ट  मार्च 1877 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। इंग्लैंड ने एजबस्टन में अपना पहला टेस्ट मई  1902 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला और तब से टीम यहां 50 टेस्ट खेल चुकी है जिसमें से 27 में उसे जीत और 8 में हार मिली जबकि 15 मैच ड्रॉ रहे।
 
आईसीसी चेयरमैन शशांक मनोहर ने कहा कि क्रिकेट परिवार की ओर से मैं इंग्लैंड को उसके 1,000वें पुरुष टेस्ट के लिए बधाई देना चाहता हूं, जो इस उपलब्धि तक पहुंचने वाली पहली टीम है। उन्होंने कहा कि मैं इस ऐतिहासिक टेस्ट के लिए इंग्लैंड को शुभकामनाएं देता हूं और उम्मीद  करता हूं कि वे ऐसे खिलाड़ी और प्रदर्शन देंगे, जो टेस्ट क्रिकेट के समर्थकों को प्रेरित करेगा, जो खेल का सबसे पुराना और कड़ा प्रारूप है।
 
इस मौके पर न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान और आईसीसी मैच रैफरी के एमिरेट्स एलीट पैनल के जैफ क्रो आईसीसी की ओर से ईसीबी के अध्यक्ष कोलिन ग्रेव्स को टेस्ट की शुरुआत से पहले रजत पट्टिका सौंपेंगे।
 
जून 1932 में पहले टेस्ट से ही इंग्लैंड ने भारत पर दबदबा बनाया हुआ है। दोनों टीमों के बीच 117 टेस्ट मैचों में से इंग्लैंड ने 43 में जीत दर्ज की जबकि 25 में उसे हार का सामना करना पड़ा। घरेलू मैदान पर इंग्लैंड ने 30 जबकि भारत ने 6 मैचों में जीत दर्ज की। दोनों टीमों के बीच  21 टेस्ट ड्रॉ रहे। एजबस्टन ने दोनों टीमों के बीच 6 टेस्ट की मेजबानी की है जिसमें से इंग्लैंड ने 5 में जीत दर्ज की जबकि 1 ड्रॉ रहा। (भाषा)
ये भी पढ़ें
सावन में 7 साल से लेकर 70 साल तक के पर्यावरण प्रेमियों ने लगाए पौधे