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Last Modified: सोमवार, 13 सितम्बर 2021 (20:29 IST)

टी-20 विश्व कप के लिए पाक टीम से जुड़े मैथ्यू हेडन और फिलेंडर, क्या सुधार पाएंगे हालत?

टी-20 विश्व कप के लिए पाक टीम से जुड़े मैथ्यू हेडन और फिलेंडर, क्या सुधार पाएंगे हालत? - Hayden and Phillander joins Pakistan cricket team as consultant
कराची: पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मैथ्यू हेडन और पूर्व दक्षिण अफ्रीकाई तेज गेंदबाज वर्नाेन फिलेंडर अगले महीने से यूएई और ओमान में शुरू हो रहे आईसीसी टी-20 विश्व कप में सलाहकार कोच के रूप में पाकिस्तानी क्रिकेट टीम से जुड़ेंगे। रिचर्ड पाइबस, बॉब वूल्मर, ज्योफ लॉसन, डेव व्हाटमोर और मिकी आर्थर जैसे विदेशी कोच अतीत में पाकिस्तान के साथ जुड़ चुके हैं।

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के नवनियुक्त अध्यक्ष रमीज राजा ने सोमवार को यह घोषणा करते हुए कहा, “ पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मैथ्यू हेडन के पास विश्व कप जीतने का अनुभव है और वह खुद एक महान खिलाड़ी हैं। किसी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी का ड्रेसिंग रूम में होना बहुत फायदेमंद हो सकता है और पाकिस्तान निश्चित रूप से विश्व कप जीत सकता है। उसे केवल अपने प्रदर्शन में 10 फीसदी सुधार करने की जरूरत है। वर्नोन फिलेंडर को मैं बहुत अच्छी तरह से जानता हूं। वह गेंदबाजी को समझते हैं और उनका ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार रिकॉर्ड है। ”

समझा जाता है कि हेडन और फिलेंडर अस्थायी रूप से मिस्बाह-उल-हक और वकार यूनुस के अपने-अपने पद से इस्तीफा देने के बाद खाली हुए स्थानों को भरेंगे। हेडन और फिलेंडर टी-20 विश्व कप में क्रमशः बल्लेबाजी और गेंदबाजी के साथ काम करेंगे। दोनों को हालांकि कोचिंग का कोई अनुभव नहीं है।

दरअसल पाकिस्तान ने अभी तक एक दीर्घकालिक कोचिंग योजना को औपचारिक रूप नहीं दिया है। इस बीच पीसीबी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी घरेलू सफेद गेंद श्रृंखला के लिए सकलैन मुश्ताक और अब्दुल रज्जाक को भी अंतरिम आधार पर नियुक्त किया है। पीसीबी अध्यक्ष के मुताबिक दोनों नए कोच एक नए मुख्य कोच के साथ काम करेंगे।

2009 टी-20 विश्व कप विजेता पाकिस्तान 24 अक्टूबर को भारत के खिलाफ मुकाबले से अपना 2021 टी-20 विश्व कप अभियान शुरू करेगा।

पहले 4 विश्वकप में पाकिस्तान का प्रदर्शन लाजवाब था। पहले 2007 में विश्वकप का उपविजेता था और 2009 में विजेता। इसके बाद 2010 और 2012 में टीम सेमीफाइनल तक पहुंची। हालांकि 2014 और 2016 में टीम का प्रदर्शन गिरता चला गया। इस प्रदर्शन को सुधारने के लिए ही दो विदेशी अनुभवी खिलाड़ियों को टीम से जोड़ा गया है। अब यह देखना होगा कि इसका फायदा कितना होता है।
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