सावन माह में 5 रुपए किलो तक हो सकता है साबूदाना महंगा
अच्छे साबूदाना का उत्पादन इस वर्ष कम होने से उत्तम क्वालिटी का साबूदाना तेजी सूचक रहने के आसार हैं। सावन माह के दौरान डिमांड बढ़ने पर 500 रुपए क्विंटल तक की तेज़ी आ सकती है। उत्पादक केंद्र सेलम में गतवर्ष का हल्की क्वालिटी का स्टॉक बहुतायत में है, जिस कारण सीजन के अंत तक बिकवाली का दबाव बना रहा।
सच्चासाबु एगमार्क साबूदाना के गोपाल साबू के अनुसार, जमीकंद (जो कि साबूदाना निर्माण का एकमात्र घटक है) के पिछले वर्ष सूखे की वजह से उत्पादन में आई कमी और अधिक तेजी की उम्मीद में अनेक साबूदाना उत्पादकों और उनके सहयोगियों द्वारा बहुतायत में संग्रहण व भंडारण रहा।
इतना ही नहीं, कुछ उत्पादकों द्वारा मक्का व विभिन्न रसायन आदि मिलावट कर साबूदाना को अत्यधिक सफेद बनाने के प्रयास के चलते इस वर्ष ग्राहकी में करीब 30% की कमी आई है। अभी भी इस प्रकार के पुराने माल स्टॉक में से निकल कर बाजार में बिकते रहने के कारण सीजन खत्म होने के बावजूद भी बिकवाली का ही जोर है।
गत एक माह में सिर्फ चुने हुए शुद्ध बढ़िया साबूदाना में ही करीब 1 से डेढ़ रुपए प्रति किलो की तेजी आई है। आने वाले श्रावण मास में बिक्री अच्छी निकलने का अनुमान है। उस समय तक अच्छे मालों में करीब 4 से 5 रुपए किलो की तेजी अनुमानित है। साबूदाना के ग्राहक बार-बार तकलीफ पाकर काफी सजग हो गए हैं, अब वे साबूदाना उत्पादक क्षेत्र सेलम का ही पैक किया हुआ सच्चा और असली-नकली की परखकर अच्छा प्रामाणिक साबूदाना ही ज्यादा खरीद रहे हैं।
यही कारण है कि सामने मांग ज्यादा होने पर इस प्रकार के अच्छे माल में एक बार तात्कालिक रूप में अच्छी तेजी आ सकती है। साबूदाना निर्माण में उपयोग आने वाले जमीकंद की आगामी फसल बहुत अच्छी होने के आसार हैं। अत: ग्राहक आवश्यकतानुसार ही साबूदाना खरीदें, दो-तीन महीने की खपत से ज्यादा माल संग्रह न करें। नई फसल आने पर आगे अच्छे माल निरंतर मिलते रहेंगे। साबूदाना बाज़ार पर साझा की गई टिप्पणी के लेखक गोपाल साबु, साबु ट्रेड प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं।