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Last Updated : शुक्रवार, 14 फ़रवरी 2020 (15:09 IST)

शनि की स्थिति देखकर ही रहें मकान में वर्ना पछताएंगे, जानिए 8 खास बातें

शनि की स्थिति देखकर ही रहें मकान में वर्ना पछताएंगे, जानिए 8 खास बातें | Lal kitab vastu Shani
लाल किताब में आपकी कुंडली के अनुसार आपके घर और वस्तु के बारे में जानकारी दी गई है। अपनी कुंडली के अनुसार ही घर खरीदे, बनवाएं या घर का वास्तु बदलें। आओ जानते हैं इस संबंध में यह कि शनि ग्रह की स्थिति अनुसार क्या सावधानी रखना चाहिए।
 
 
1.मकान किसी भी दिशा का हो लेकिन शनि की दिशा पश्चिम ही मानी गई है। मतलब यह कि आपके घर की पश्‍चिम दिशा में शनि है और कुंडली में दिशा की शनि अलग है तो उसके फल अलग मिलेंगे। जैसे जिस जातक का शनी ऊंचा हो तो पश्चिम दिशा का दरवाजा शुभ फल देगा।
 
 
2.सुनसान जगह, अवैध गतिविधियों की जगह, तिराहे, चौराहे, शोर मचाने वाली दुकान और फैक्ट्री की जगह। यह सभी जगह राहु, केतु और शनि के स्थान हैं। यहां रहना ठीक नहीं है। इससे कुंडली के अच्छे ग्रह भी खराब फल देने लगते हैं। घर के अंदर शनि का स्थान स्नान और तलघर घर माना गया है।
 
 
3.यदि अष्टम भाव में शनि है तो मकान बनाएं नहीं बल्की बना बनाया मकान खरीद लें। जन्मकुंडली के खाना नंबर 1 में शनि हो और खाना नंबर 6, 7 और 10 में कोई ग्रह बैठा हो जिनकी आपस में बनती न हो या वे एक दूसरे को दूषित कर रहे हैं तो खाना नंबर 8 भी दूषित होगा या फिर जातक ने अपने कर्मों से दूषित कर लिया होगा। ऐसा जातक अगर मकान बना ले तो रोटी-रोटी से मोहताज हो जाता है।
 
 
4.कुंडली के खाना नंबर 2 में शनि बैठा हो और कुंडली में शुक्र एवं मंगल ग्रह शुभ हो तो जातक अपना मकान जब और जैसा बने उसको बनने दें उसमें कोई दखल न दें तभी वह फलीभूत होगा। लेकिन यदि शनि खाना नंबर 3 में हो तो मकान तो बनेगा लेकिन 2 कुत्ते पालने होंगे वर्ना उसके घर में गरीबी का कुत्ता भोंकता रहेगा।
 
 
5.यदि शनि खाना नंबर 4 में हो और वो जातक नया मकान बनाने लगे तो उसके नाना के खानदान में, ससुराल के खानदान में और दादी या बुजुर्ग औरतों पर इसका बुरा असर होगा इसी तरह यदि शनि खाना नंबर 5 में हो तो औलाद पर बुरा असर होना शुरू होगा और नंबर 6. में हो तो अपना मकान 39 साल के बाद बनवाए वर्ना लड़कियों के रिश्तेदारों पर बुरा असर होगा।
 
 
6.शनि खाना नंबर 7 में होने पर जातक को अपना मकान खुद नहीं बनाना चाहिए बल्कि उसे हमेशा बना-बनाया मकान ही लेना चाहिए और यदि शनि खाना नंबर 8 में हो और शुक्र, मंगल ग्रह भी दूषित हो रहे हों तो जातक को अपने नाम से मकान नहीं बनवाया चाहिए। मकान बनवा रहे हैं तो उधर जाकर देखना भी नहीं चाहिए। वर्ना बर्बादी प्रारंभ हो जाएगी।
 
 
7.यदि जन्मकुंडली में शनि खाना नंबर 9 में हो और मकान बनाते समय घर की कोई महिला महिला गर्भवती तो उस जातक को अपनी कमाई से मकान नहीं बनाना चाहिए। उसके आगे-पीछे बना सकते हैं। इसी तरह अगर शनि खाना नंबर 10 में हो तो भी जातक को अपनी कमाई से मकान नहीं बनाना चाहिए। वह इस नियम का पालन करता है तो उसकी दौलत हमेशा बनी रहेगी।
 
 
8.शनि खाना नंबर 11 में हो तो वो जातक कभी भी मकान आदि दक्षिण दिशा का न बनाएं और न ही कभी शराब आदि का सेवन करें। वर्ना सेहत की कोई गारंटी नहीं। अगर मकान बनाना भी हो तो अपनी उम्र के 55 साल के बाद ही अपना मकान बनाएं। इसी तरह यदि शनि खाना नंबर 12 में हो तो मकान बनेगा और जैसा बने उसे बनने दें उसे रोके नहीं या उसमें अपना दिमाग ना लगाएं।
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