गत उपविजेता चेन्नई सुपर किंग्स की सोमवार रात कोलकाता नाइट राइडर्स के हाथों सनसनीखेज पराजय के बाद आईपीएल के दूसरे संस्करण के सेमीफाइनल में पहुँचने वाली शेष तीन टीमों के लिए खेल खतरनाक हो चुका है।
दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम 12 मैचों में 18 अंकों के साथ काफी पहले ही सेमीफाइनल में अपना स्थान सुनिश्चित कर चुकी है लेकिन अंतिम चार की शेष तीन टीमों के लिए अभी अनिश्चय की स्थिति बनी हुई है। शेष तीन स्थानों के लिए चेन्नई सुपर किंग्स, डेक्कन चार्जर्स हैदराबाद, किंग्स इलेवन पंजाब, राजस्थान रायल्स और बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स के बीच मुकाबला है।
चेन्नई टीम 13 मैचों में 15 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है जबकि चार्जर्स और पंजाब की टीमें 13-13 मैचों से 14-14 अंकों के साथ क्रमशः तीसरे और चौथे स्थान पर हैं। राजस्थान के 13 मैचों से 13 अंक और बेंगलुरु के 12 मैचों से 12 अंक हैं।
चेन्नई ने कल की पराजय से अपने लिए थोड़ी मुश्किलें खडी कर ली हैं। चेन्नई के कप्तान महेन्द्रसिंह धोनी को मानना होगा कि आखिरी पाँच ओवरों में ढिलाई दिखाने का नतीजा उन्हें हार के रूप में भुगतना पड़ा। चेन्नई का आखिरी मैच बुधवार को किंग्स इलेवन पंजाब के साथ है, जो पंजाब का भी आखिरी लीग मैच होगा।
चेन्नई के साथ अच्छी स्थिति यही है कि वह नेट रन रेट में अन्य टीमों से आगे है, लेकिन वह आखिरी मैच में हार गवारा नहीं करना चाहेगी। धोनी का सीधे लक्ष्य होगा कि आखिरी लीग मैच जीते और बिना किसी जोड़-घटा के सेमीफाइनल में स्थान बनाए।
यदि पंजाब की टीम आखिरी मैच हार जाती है तो भी उसके लिए सेमीफाइनल में पहुँचने की उम्मीद इस आधार पर बनी रह सकती है कि बेंगलुरु टीम अपने अंतिम दो में से एक मैच हार जाए ताकि दोनों टीमें अंकों में बराबरी पर रहें और नेट रन रेट के आधार पर वह सेमीफाइनल में पहुँच जाए। यदि पंजाब चेन्नई को हरा देता है तो वह 16 अंकों के साथ सीधे सेमीफाइल में पहुँच जाएगा।
गत चैंपियन राजस्थान रॉयल्स का आखिरी मैच कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ बचा है। यदि राजस्थान यह मैच जीतती है तो वह 15 अंकों के साथ सेमीफाइनल में पहुँच सकती है, लेकिन इसके लिए उसे अपना नेगेटिव नेट रन रेट सुधारना होगा। राजस्थान का सेमीफाइनल में पहुँचना दूसरी टीमों के परिणामों पर भी निर्भर करेगा।
राजस्थान के लिए बेहतर यही है कि वह अपने आखिरी मैच में कोलकाता को हराए और यह उम्मीद करे कि चेन्नई भी बुधवार को अपना मैच जीते1 इससे उन्हें शीर्ष चार टीमों में स्थान मिल जाएगा। यदि पंजाब की टीम चेन्नई को हरा देती है तो राजस्थान के लिए परिस्थितियाँ काफी मुश्किल हो जाएँगी।
चार्जर्स का आखिरी मैच बेंगलुरु के खिलाफ बचा हुआ है। चार्जर्स आखिरी मैच जीतकर आसानी से सेमीफाइनल में पहुँच सकती है। चार्जर्स के साथ चेन्नई सुपर किंग्स की तरह अच्छी बात यही है कि उसका नेट रन रेट पंजाब, राजस्थान और बेंगलुरु के मुकाबले बेहतर है। अंतिम मैच हारने की सूरत में यदि उसके अंक एक दो अन्य टीमों के बराबरी पर रहते हैं तो उसके नेट रन रेट का फायदा मिल सकता है।
बेंगलुरु के अंतिम दो मैच दिल्ली और चार्जर्स के खिलाफ है1 बेंगलुरु के इस समय 12 अंक हैं और उसे सेमीफाइनल में सीधे पहुँचने के लिए अपने दोनों मैच जीतने की जरूरत है। यदि वह एक मैच भी जीतती है तो उसके लिए अंत में नेट रन रेट भाग्य का फैसला करेगा।
फिलहाल देखा जाए तो सेमीफाइनल का समीकरण इस समय खासा बिगड़ा हुआ है और अगले दो दिन में ही जाकर इसका फैसला हो पाएगा कि दिल्ली के बाद कौनसी तीन टीमें सेमीफाइनल में पहुँचेंगी।