रंगपंचमी पर अवश्य बचाएं जल, पढ़ें विशेष बातें...
रंगों के त्योहार पर बचाएं पानी, खेलें सूखी होली...
रंगों का त्योहार धुलेंड़ी-रंगपंचमी सभी के मन को सुहाता है। लेकिन इस त्योहार पर पानी की बर्बादी करना भी उचित नहीं है। अत: रंगपंचमी का त्योहार अवश्य मनाएं, पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाएं बस थोड़ा ध्यान दें पानी बचाने की तरफ, ताकि गर्मी के मौसम में पानी की समस्याओं से आपको रूबरू न होना पड़ें। पढ़ें कुछ सरल टिप्स, फिर खेलें रंगबिरंगी मनभावन होली...
* सूखे रंगों का अधिक प्रयोग करें।
* प्राकृतिक रंगों का उपयोग करें। वे आसानी से साफ हो जाते हैं।
* गुब्बारों में पानी भरकर न खेलें।
* जब होली खेलना पूरा हो जाए तभी नहाने जाएं। बार-बार नहाने से पानी बरबाद होता है।
* घर के बाहर होली खेलें। घर में होली खेलने से घर गन्दा होगा तथा उसे धोने में अतिरिक्त पानी खर्च होगा।
* पुराने व गहरे रंगों वाले कपड़े पहनें ताकि आसानी से धोया जा सके।
* खेलने से पहले अपने बालों में तेल लगा लें। इसकी वजह से चाहे जितना भी रंग बालों में लगा हो एक ही बार धोने पर निकल जाता है।
* अपनी त्वचा पर भी कोई क्रीम या लोशन लगाकर बाहर निकलें, इससे आपकी त्वचा रासायनिक रंगों के प्रभाव से खराब नहीं होगी।
* अपने नाखूनों पर भी नेलपॉलिश अवश्य कर लें ताकि रंगों और पानी से वे खराब होने से बचें।
* बालों में तेल और त्वचा पर क्रीम लगाना भूल भी गए हों तो होली खेलने के तुरन्त बाद रंग लगी त्वचा और बालों पर थोड़ा नारियल तेल हल्के मलें, रंग निकलना जाएगा।
कम पानी में घर की सफाई :-
* दो बाल्टी पानी लें, एक में डिटर्जेंट का पानी लें, दूसरी में सादा पानी लें। दो स्पंज के बड़े-बड़े टुकड़े लें। जिस हिस्से में रंग लगे हों वहां साबुन वाले स्पंज से धीरे-धीरे साफ करें।
* इसके बाद साफ पानी वाले स्पंज से उस जगह को साफ कर लें।
* अंत में साफ पानी से उस जगह को धोकर सूखे कपड़े अथवा वाइपर से जगह को सुखा लें।
- राजश्री