इतना मजेदार चुटकुला आपने कहीं नहीं पढ़ा होगा : जब तीसरी बार फिसलने की सोचकर रोने लगा रमन
एक बार रमन का पांव केले के छिलके पर पड़ा,
और वो फिसल कर गिर गया।
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रमन उठा और फिर आगे चलने लगा,
तो उसका पांव दूसरे छिलके पर पड़ा,
...और फिर फिसल कर गिर गया।
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अब रमन फिर उठा और थोड़ा आगे और चला,
तभी उसे तीसरा छिलका दिख गया।
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रमन- रोते-रोते बोल पड़ा- धत तेरे की,
अब फिर से फिसलना पड़ेगा।